अभिषेक खरे को महात्मा गांधी की अविभाजित मध्य प्रदेश यात्रा पर मिली पीएच.डी. उपाधि
० आशा पटेल ०
रीवा। शा. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा के इतिहास विषय के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष प्रो. महेंद्र मणि द्विवेदी के मार्गदर्शन में अभिषेक खरे को "भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन: महात्मा गांधी के अविभाजित मध्यप्रदेश यात्राओं का अध्ययन" के शोध कार्य पर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा पीएच.डी. की उपाधि प्रदान की गई है। अभिषेक खरे ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से बी.ए. इतिहास ऑनर्स किया है। इसके अलावा वे 'यूजीसी नेट' और 'एमपी सेट' भी उत्तीर्ण हैं।
पीएच.डी. उपाधि की उपलब्धि पर डॉ. अभिषेक खरे की धर्मपत्नी डॉ. अंजली पाण्डेय, कनिष्ठ भ्राता इंजी. अभिजीत खरे, माइबम रणबीर सिंह (सहायक प्रबंधक, एस.बी.आई. इम्फाल, मणिपुर), व उनकी धर्मपत्नी मयूरी, पराग सैनी (एस.डी.ओ.पी, नर्मदापुरम) प्रज्ञेश भट्ट (सहायक प्रबंधक, जिला अस्पताल इंदौर) अभिनव शर्मा (सब इंस्पेक्टर, ग्वालियर), डॉ. श्वेता पाण्डेय, डॉ. पूर्णिमा सिंह (सहा. प्राध्यापक, ए.के.एस सतना) डॉ. अमित ताम्रकार, (सहा. प्राध्यापक, नरसिंहपुर) अभिषेक सिंह, प्रवीण सिंह, अमित सिंह, विकास सर्राफ, दिलीप विश्वकर्मा, चन्द्र प्रकाश प्रजापति ने हर्ष व्यक्त किया।
रीवा। शा. कन्या स्नातकोत्तर महाविद्यालय रीवा के इतिहास विषय के प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष प्रो. महेंद्र मणि द्विवेदी के मार्गदर्शन में अभिषेक खरे को "भारतीय राष्ट्रीय आन्दोलन: महात्मा गांधी के अविभाजित मध्यप्रदेश यात्राओं का अध्ययन" के शोध कार्य पर अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के द्वारा पीएच.डी. की उपाधि प्रदान की गई है। अभिषेक खरे ने दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज से बी.ए. इतिहास ऑनर्स किया है। इसके अलावा वे 'यूजीसी नेट' और 'एमपी सेट' भी उत्तीर्ण हैं।
शोधार्थी खरे भोपाल स्थित माधव राव सप्रे स्मृति समाचार पत्र संग्रहालय से प्राप्त तत्कालीन समाचार पत्रों एवं रायपुर अभिलेखागार से ब्रिटिश कालीन गोपनीय औपनिवेशिक दस्तावेजों से प्राप्त तथ्यों के आधार पर गहनतापूर्वक शोध कार्य करके नवीन तथ्यों को प्रकाश में लाए हैं और पूर्व में ज्ञात तथ्यों की त्रुटि में सुधार और विवाद पर अपना अभिमत रखा। अपने शोध कार्य के दौरान उन्होंने अहमदाबाद (गुजरात), भोपाल, इंदौर, जबलपुर, रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग,
बैतूल, खेड़ी, बारालिंग, मुल्ताई, इटारसी आदि स्थानों की शोध यात्राएं की। इस दौरान उन्हें छत्तीसगढ़ के पूर्व महाधिवक्ता कनक तिवारी (दुर्ग), विवेक आचार्य (आई.एफ.एस, रायपुर) एवं ओम प्रकाश श्रीवास्तव (वरिष्ठ आई.ए.एस, भोपाल) से शोध विषय के संबंध में अच्छा सहयोग मिला। यात्रा के दौरान खरे ने मध्यप्रदेश और छत्तीसगढ़ के स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों से भी भेंट की जिनसे भरपूर आत्मीयता मिली डॉ. अभिषेक खरे, रीवा के स्वतंत्रता संग्राम सेनानी स्व. ओंकार नाथ खरे के पौत्र एवं लोकतंत्र सेनानी /मीसाबंदी अजय खरे एवं राजनीति शास्त्र की सेवानिवृत प्राध्यापक एवं विभागाध्यक्ष डॉ. गायत्री खरे के ज्येष्ठ पुत्र हैं।
डॉ. अभिषेक खरे ने अपने शोध निर्देशक प्रो. महेन्द्र मणि द्विवेदी एवं अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय के कुलगुरु राजकुमार आचार्य, कुलसचिव प्रो. सुरेंद्र सिंह परिहार, प्रो. एन.पी. पाठक, प्रो. अजय शंकर पाण्डेय, ले. डॉ. दीपशिखा पाण्डेय (आर्य कन्या डिग्री कॉलेज, प्रयागराज), प्रो. महेन्द्र कुमार उपाध्याय (ज.रा.दी. राज्य विश्वविद्यालय, चित्रकूट), प्रो. महेश चन्द्र श्रीवास्तव, प्रो. (मेजर) विभा श्रीवास्तव, प्रो. सुधा सोनी, प्रो. पूनम मिश्रा, प्रो. नमिता श्रीवास्तव, डॉ. गोविंद सिंह दांगी, डॉ. शंकर लाल यादव, डॉ. चंद्रप्रकाश मिश्र, सहा. कुलसचिव पिंकी मनकानी एवं अकादमिक विभाग के समस्त कर्मचारी गण का आभार प्रकट किया।
पीएच.डी. उपाधि की उपलब्धि पर डॉ. अभिषेक खरे की धर्मपत्नी डॉ. अंजली पाण्डेय, कनिष्ठ भ्राता इंजी. अभिजीत खरे, माइबम रणबीर सिंह (सहायक प्रबंधक, एस.बी.आई. इम्फाल, मणिपुर), व उनकी धर्मपत्नी मयूरी, पराग सैनी (एस.डी.ओ.पी, नर्मदापुरम) प्रज्ञेश भट्ट (सहायक प्रबंधक, जिला अस्पताल इंदौर) अभिनव शर्मा (सब इंस्पेक्टर, ग्वालियर), डॉ. श्वेता पाण्डेय, डॉ. पूर्णिमा सिंह (सहा. प्राध्यापक, ए.के.एस सतना) डॉ. अमित ताम्रकार, (सहा. प्राध्यापक, नरसिंहपुर) अभिषेक सिंह, प्रवीण सिंह, अमित सिंह, विकास सर्राफ, दिलीप विश्वकर्मा, चन्द्र प्रकाश प्रजापति ने हर्ष व्यक्त किया।
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