शताब्दी साहित्यकार रामदरश मिश्र पर केन्द्रित दो दिवसीय अंतराष्ट्रीय संगोष्ठी

० योगेश भट्ट ० 
नई दिल्ली l हिंदी के मूर्धन्य साहित्यकार रामदरश मिश्र की जन्म शती के ऐतिहासिक अवसर को केंद्र में रखकर दिल्ली विश्वविद्यालय के श्री गुरु तेग बहादुर खालसा कॉलेज में 'साहित्य की शती उपस्थिति रामदरश' विषय पर दो दिवसीय अंतरराष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 12-13 नवंबर को किया जा रहा है। इस संगोष्ठी में उद्घाटन एवं समापन सत्र के अतिरिक्त कुल 6 अकादमिक सत्र हैं जिसमें मिश्र के समग्र साहित्य को समझने में आसानी होगी।

इसमें देश-विदेश के विद्वानों को आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम राजकमल प्रकाशन और हिंदी अकादमी के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित किया जा रहा है। इसके उद्घाटन सत्र में रामदरश मिश्र के साथ पूर्व शिक्षा मंत्री भारत सरकार रमेश पोखरियाल निशंक ,पद्मश्री कवि सुरेंद्र शर्मा,हिमाचल केंद्रीय विश्वविद्यालय के कुलाधिपति पद्मश्री हरमोहिंदर बेदी ,पद्मभूषण सरदार तरलोचन सहित अनेक गणमान्य अतिथि रहेंगे। इसमें पंजीकृत शोधार्थियों और प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट प्रदान किया जाएगा। भारतीय साहित्य की यह ऐतिहासिक घटना है जब कोई रचनाकार स्वयं जीवित रूप में अपना शताब्दी वर्ष मनता हुआ देख रहा है।

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