संगम सरस फूड फेस्टिवल 1 से 17 दिसंबर तक आयोजित होगा
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली। स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन एक दिसंबर से सत्रह दिसंबर तक दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) तथा कुडुंबश्री द्वारा समर्थित इस फेस्टिवल में भारतीय संस्कृति व खान पान की झलक दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिखाई देगी।
कनाट प्लेस स्थित बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर 25 राज्यों के स्वाद की संस्कृति महकेगी। यहां के व्यंजन और संस्कृति से लोग रूबरू हो सकेंगे। इसमें मुख्य रूप से राजस्थान की कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी, बाजरे की रोटी, बंगाल की हिलसा, फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, केरल की मालाबार बिरयानी, बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी सहित अन्य राज्यों के बेहतरीन स्वादिष्ट पकवान उपलब्ध रहेंगे। इसमें हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात सहित अन्य राज्य हिस्सा ले रहे हैं।
यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है। सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा।
नई दिल्ली। स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन एक दिसंबर से सत्रह दिसंबर तक दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) तथा कुडुंबश्री द्वारा समर्थित इस फेस्टिवल में भारतीय संस्कृति व खान पान की झलक दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिखाई देगी।
सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 25 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो सकेंगे बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान सकेंगे और वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो सकेंगे और उसका स्वाद ले सकेंगे। यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं। फूड फेस्टिवल के दौरान दिल्ली वाले 25 राज्यों के 300 से अधिक उत्कृष्ट व्यंजनों का लुत्फ 30 स्टॉलों पर उठा सकेंगे।
केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 01 से 17 दिसंबर 2024 तक नई दिल्ली में बाबा खड़क सिंह मार्ग स्थित हैंडीक्राफ्ट भवन पर सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। जिसमें देश भर के 25 राज्यों के क़रीब 150 महिला उद्यमी व स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं 30 से अधिक स्टॉलों पर 300 से अधिक उत्कृष्ट व्यंजनों का दिल्ली वालों को स्वाद का जायका चखाएंगी साथ ही अपनी कला का प्रदर्शन भी करेंगी। ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है। ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे।
कनाट प्लेस स्थित बाबा खड़ग सिंह मार्ग पर 25 राज्यों के स्वाद की संस्कृति महकेगी। यहां के व्यंजन और संस्कृति से लोग रूबरू हो सकेंगे। इसमें मुख्य रूप से राजस्थान की कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी, बाजरे की रोटी, बंगाल की हिलसा, फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, केरल की मालाबार बिरयानी, बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी सहित अन्य राज्यों के बेहतरीन स्वादिष्ट पकवान उपलब्ध रहेंगे। इसमें हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात सहित अन्य राज्य हिस्सा ले रहे हैं।
यह सरस फूड फेस्टिवल महिला सशक्तिकरण का अनूठा उदाहरण है जो देश की राजधानी का हृदय कहे जाने वाले कनॉट प्लेस में आयोजित हो रहा है। इसका उद्देश्य न केवल देश की खाद्य संस्कृति से लोगों को परिचित कराना है बल्कि अन्य ग्रामीण महिलाओं को प्रेरित करना भी है। मंत्रालय द्वारा यह प्रयास वृहद स्तर पर आयोजित होता है। सरस फूड फेस्टिवल में आने वालों के लिए किसी तरह का टिकट नहीं है। यह उत्सव सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा।
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