अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में 293 छात्रों को डिग्रियां प्रदान
अहमदाबाद, | अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी ने अपने 6ठे दीक्षांत समारोह का आयोजन किया, जिसमें 293 छात्रों को डिग्रियां प्रदान की गईं। ये छात्र बैचलर ऑफ डिजाइन, बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर, मास्टर ऑफ डिजाइन और अनंत फेलोशिप इन सस्टेनेबिलिटी एंड बिल्ट एनवायरनमेंट से जुड़े थे। समारोह में पद्म भूषण और पद्मश्री से सम्मानित, इंफोसिस फाउंडेशन की संस्थापक, लेखिका सुधा मूर्ति मुख्य अतिथि थीं। उनके साथ अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट अजय पिरामल,प्रोवोस्ट डॉ. अनुनया चौबे, फाउंडिंग प्रोवोस्ट डॉ. प्रमथ राज सिन्हा और बोर्ड के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे। पिरामल ग्रुप की वाइस चेयरपर्सन, डॉ. स्वाति पिरामल ने भी इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
श्रीमती मूर्ति ने अपने संबोधन में डिजाइन को समस्याओं को हल करने का एक प्रभावी माध्यम बताया, जो अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के दृष्टिकोण से भी मेल खाता है। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण , सामाजिक कल्याण के लिए अपने अटूट समर्पण के बारे में बात की। उनके काम ने समाज में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए नए मानक स्थापित किए हैं। श्रीमती मूर्ति का प्रभावशाली योगदान सामाजिक नवाचार और बेहतर समाज निर्माण की दिशा में जारी है।
सुधा मूर्ति ने कक्षा 2024 के छात्रों को प्रेरित किया। उन्होंने कहा, “आप सभी रचनात्मक लोग हैं, सृजनकर्ता की तरह, जैसे भगवान ब्रह्मा। अपनी रचनाओं के माध्यम से आप अपने विचार और भावनाएं व्यक्त करते हैं। लेकिन जो बात सबसे ज्यादा मायने रखती है, वह यह है कि आप अपने प्रोजेक्ट्स के जरिए समुदायों से किस तरह जुड़ते हैं। मैंने देखा है कि आज के कई युवा सार्थक जुड़ाव बनाने में संघर्ष करते हैं, लेकिन अनंत के छात्रों में यह गुण खास है। यह आपको दूसरों से अलग बनाता है।”
श्रीमती मूर्ति ने रचनात्मकता के महत्व पर जोर दिया और कहा कि यह प्रगति का सबसे बड़ा संकेत है। उन्होंने अनंत के छात्रों से आग्रह किया कि वे अपनी संवेदनशीलता और रचनात्मकता के माध्यम से देश में बदलाव लाने का काम जारी रखें। उन्होंने अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के कुछ अनोखे प्रयासों की सराहना की,| यह अनंत डिजाइन एंट्रेंस और प्रोफिशिएंसी टेस्ट देश का पहला बहुभाषीय डिजाइन टेस्ट है। यह पहल भाषा की बाधाओं को तोड़ती है और रचनात्मक युवाओं तक पहुंचकर डिजाइन शिक्षा को और अधिक सुलभ बनाती है।
इस अवसर पर अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट अजय पिरामल ने कहा, “अनंत विश्व स्तरीय और किफायती शिक्षा देकर डिजाइन क्षेत्र में क्रांति लाने में सबसे आगे है। यहां आधुनिक तकनीक को पारंपरिक तरीकों से जोड़ा जाता है। हमारा डिज़ाइनएक्स तरीका छात्रों को रचनात्मकता, नवाचार, समावेशिता और प्रभावशाली तरीके से दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है। इस साल हमने जो उपलब्धियां हासिल की हैं, वे हमारी तरक्की और प्रभाव को दर्शाती हैं। हमारे कैंपस में विविधता और ऊर्जा झलकती है, जहां भारत के 300 से ज्यादा शहरों और 30 से अधिक देशों से आए छात्र, शिक्षक और कर्मचारी शामिल हैं।”
अनंत नेशनल यूनिवर्सिटी के प्रोवोस्ट, डॉ. अनुनया चौबे ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे छात्र रचनात्मकता के साथ दुनिया की गहरी समझ विकसित करें। वे सिर्फ किताबों तक सीमित न रहें, बल्कि असली दुनिया में समुदायों के साथ मिलकर काम करें और व्यावहारिक अनुभव लें। हमारा लक्ष्य ऐसे छात्रों को तैयार करना है, जो समाधान देने वाले बनें। इसके लिए हमने अपने शिक्षण में डिज़ाइन थिंकिंग और सामुदायिक प्रभाव को प्रमुख स्थान दिया है। अनंत ने पिछले कुछ वर्षों में एक ऐसा शिक्षण तरीका विकसित किया है जो विषयों के बजाय छात्रों की जरूरतों पर केंद्रित है। हम शिक्षा को एक सही और व्यवस्थित प्रणाली में बदलने के लिए निरंतर काम कर रहे हैं।”
समारोह के दौरान सभी प्रोग्राम्स की 10 कैटेगरीज में 32 बेमिसाल विद्यार्थियों का अभिनंदन भी किया गया, जैसे कि शैक्षणिक उत्कृष्टता, उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन, सर्वश्रेष्ठ नवाचार, ग्रेजुएशन का सर्वश्रेष्ठ प्रोजेक्ट, सर्वश्रेष्ठ थीसिस, सर्वश्रेष्ठ लाइव-एक्शन प्रोजेक्ट और सर्वश्रेष्ठ विद्यार्थी। वहाँ की गैलरी, ऑडिटोरियम और स्टूडियो में विद्यार्थियों के प्रोजेक्ट दिखे और नवाचार तथा समर्पण की यात्रा को सराहा गया।
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