ईपीसीएच की 38वीं वार्षिक आम बैठक में प्रशासनिक समिति के छह नए सदस्य चुने गए
० आशा पटेल ०
नई दिल्ली- हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने अपनी 38वीं वार्षिक आम बैठक संपन्न की। बैठक की अध्यक्षता ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने की और इस दौरान ईपीसीएच के उपाध्यक्ष नीरज खन्ना और सागर मेहता भी मौजूद रहे। बैठक में प्रमुख सदस्य निर्यातकों में रवि के. पासी, राज कुमार मल्होत्रा, डी. कुमार, अवधेश अग्रवाल, नवेद उर रहमान, सलमान आज़म, अशोक अरोड़ा, सिमरनदीप सिंह कोहली, अरशद मीर, नजमुल इस्लाम, विशाल अग्रवाल, परवेज़ आलम, एस. के. गोयल, जे. पी. सिंह, दीपक गुप्ता, ऋषि सोनी, संदीप छाबड़ा, विनीत भाटिया, मनु गुलाटी, नवीन यादव, आर. के. वर्मा, कार्यकारी निदेशक, राजेश रावत ईपीसीएच के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक सह सचिव और देश के विभिन्न भागों से अन्य सदस्य निर्यातक उपस्थित थे।
नई दिल्ली- हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) ने अपनी 38वीं वार्षिक आम बैठक संपन्न की। बैठक की अध्यक्षता ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने की और इस दौरान ईपीसीएच के उपाध्यक्ष नीरज खन्ना और सागर मेहता भी मौजूद रहे। बैठक में प्रमुख सदस्य निर्यातकों में रवि के. पासी, राज कुमार मल्होत्रा, डी. कुमार, अवधेश अग्रवाल, नवेद उर रहमान, सलमान आज़म, अशोक अरोड़ा, सिमरनदीप सिंह कोहली, अरशद मीर, नजमुल इस्लाम, विशाल अग्रवाल, परवेज़ आलम, एस. के. गोयल, जे. पी. सिंह, दीपक गुप्ता, ऋषि सोनी, संदीप छाबड़ा, विनीत भाटिया, मनु गुलाटी, नवीन यादव, आर. के. वर्मा, कार्यकारी निदेशक, राजेश रावत ईपीसीएच के अतिरिक्त कार्यकारी निदेशक सह सचिव और देश के विभिन्न भागों से अन्य सदस्य निर्यातक उपस्थित थे।
ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने 38वीं वार्षिक आम बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपस्थित लोगों को साल 2023-24 के दौरान देश से हस्तशिल्प के निर्यात को बढ़ावा देने की दिशा में परिषद द्वारा की गई विभिन्न गतिविधियों की जानकारी दी। 38वीं वार्षिक आम बैठक के एजेंडा में से एक उपलब्ध रिक्तियों के अनुसार रिक्तियों का गठन करना था, उत्तरी क्षेत्र में तीन रिक्तियां तथा उत्तर-पश्चिम क्षेत्र, दक्षिणी क्षेत्र और उत्तर-पूर्व क्षेत्र में एक-एक रिक्तियां। ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर. के. वर्मा ने सूचित किया कि सदन ने सीओए सदस्यों के चुनाव सहित सभी एजेंडों को अपना लिया I
सीओए के लिए निर्वाचित सदस्य उत्तरी क्षेत्र से रवि के. पासी, मेसर्स आर. के. आर्ट्स; प्रिंस मलिक, मेसर्स ओसिरस ओवरसीज और अरशद हुसैन मीर, मेसर्स मीर हैंडीक्राफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड; उत्तर-पूर्व क्षेत्र से: सुश्री जेस्मिना जेलियांग, मेसर्स हीरलूम नागा, दीमापुर; दक्षिणी क्षेत्र से: के. एन. तुलसी राव, रामकृष्ण परमहंस एंड कंपनी, नरसापुर और उत्तर-पश्चिम क्षेत्र से: दिलीप बैद, मेसर्स दिलीप क्राफ्ट्स प्राइवेट लिमिटेड, जयपुर चुने गए।
दिलीप बैद, मेसर्स दिलीप ट्रेडिंग कॉरपोरेशन, जयपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं और तीन दशकों से जयपुर, राजस्थान के एक प्रमुख हस्तशिल्प निर्यातक हैं। वे बहुत लंबे समय से हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में ईपीसीएच के अध्यक्ष हैं। वे हस्तशिल्प क्षेत्र के अग्रदूतों में से एक हैं। उन्होंने “एलिमेंट्री” नाम से अपना खुद का ब्रांड लॉन्च किया है। वे सीआईआई जैसे विभिन्न व्यापार निकायों में बहुत सक्रिय रूप से शामिल हैं और विभिन्न मंचों पर कई व्यापार मुद्दों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने ईपीसीएच की ओर से प्रशासन समिति के निवर्तमान सदस्य के.एल. रमेश की उनके कार्यकाल के दौरान हस्तशिल्प व्यापार के लिए दिए गए योगदान और सेवाओं के लिए सराहना की। इसके अलावा, बैद ने हस्तशिल्प क्षेत्र की बेहतरी के लिए सदस्य निर्यातकों से संयुक्त और सहयोगात्मक समर्थन और प्रयास करने का आग्रह किया। ईपीसीएच देश से हस्तशिल्पों के निर्यात को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न शिल्प समूहों में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर, और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाने की एक नोडल एजेंसी है।
दिलीप बैद, मेसर्स दिलीप ट्रेडिंग कॉरपोरेशन, जयपुर का प्रतिनिधित्व करते हैं और तीन दशकों से जयपुर, राजस्थान के एक प्रमुख हस्तशिल्प निर्यातक हैं। वे बहुत लंबे समय से हस्तशिल्प निर्यात संवर्धन परिषद (ईपीसीएच) से जुड़े हुए हैं और वर्तमान में ईपीसीएच के अध्यक्ष हैं। वे हस्तशिल्प क्षेत्र के अग्रदूतों में से एक हैं। उन्होंने “एलिमेंट्री” नाम से अपना खुद का ब्रांड लॉन्च किया है। वे सीआईआई जैसे विभिन्न व्यापार निकायों में बहुत सक्रिय रूप से शामिल हैं और विभिन्न मंचों पर कई व्यापार मुद्दों का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।
ईपीसीएच के अध्यक्ष दिलीप बैद ने ईपीसीएच की ओर से प्रशासन समिति के निवर्तमान सदस्य के.एल. रमेश की उनके कार्यकाल के दौरान हस्तशिल्प व्यापार के लिए दिए गए योगदान और सेवाओं के लिए सराहना की। इसके अलावा, बैद ने हस्तशिल्प क्षेत्र की बेहतरी के लिए सदस्य निर्यातकों से संयुक्त और सहयोगात्मक समर्थन और प्रयास करने का आग्रह किया। ईपीसीएच देश से हस्तशिल्पों के निर्यात को बढ़ावा देने और देश के विभिन्न शिल्प समूहों में होम, लाइफस्टाइल, टेक्सटाइल, फर्नीचर, और फैशन जूलरी एवं एक्सेसरीज उत्पादों को बनाने में लगे लाखों कारीगरों और शिल्पकारों के प्रतिभाशाली हाथों के जादू की ब्रांड छवि बनाने की एक नोडल एजेंसी है।
ईपीसीएच के कार्यकारी निदेशक आर के वर्मा ने बताया कि साल 2023-24 के दौरान हस्तशिल्प निर्यात 32,759 करोड़ रुपये (3,956 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का हुआ, जो पिछले वर्ष की तुलना में रुपये के संदर्भ में 9.13% और डॉलर के संदर्भ में 6.11% की वृद्धि को हुई ।
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