सरस फूड फेस्टिवल : हरियाणवी थाली और जलेबी रबड़ी लोगों को कर रहा आकर्षित
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली। स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल यहां देश के राज्यों के व्यंजनों का लुत्फ़ उठा रहे हैं। चाहे उत्तराखंड का तंदूरी चाय हो या फिर फ्रूट आइसक्रीम फेस्टिवल में उत्तराखंड के स्टॉल पर जा कर तंदूरी चाय, स्प्रिंग पोटैटो, रागी ममोस, झंगुरे की खीर और फ्रुट आइसक्रीम का आनंद उठा सकते हैं। इसके साथ ही हिमाचल के स्टॉल पर आप को हिमाचली पारंपरिक खाने का जायका मिल जाएगा। हरियाणा के स्टॉल पर हरियाणवी थाली समेत रबड़ी जलेबी का भी आनंद उठा सकते हैं। फेस्टिवल के दौरान लोग यहां देश के विभिन्न राज्यों से आई हुई दीदियों के हाथों से बनी हुई व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।
नई दिल्ली। स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल यहां देश के राज्यों के व्यंजनों का लुत्फ़ उठा रहे हैं। चाहे उत्तराखंड का तंदूरी चाय हो या फिर फ्रूट आइसक्रीम फेस्टिवल में उत्तराखंड के स्टॉल पर जा कर तंदूरी चाय, स्प्रिंग पोटैटो, रागी ममोस, झंगुरे की खीर और फ्रुट आइसक्रीम का आनंद उठा सकते हैं। इसके साथ ही हिमाचल के स्टॉल पर आप को हिमाचली पारंपरिक खाने का जायका मिल जाएगा। हरियाणा के स्टॉल पर हरियाणवी थाली समेत रबड़ी जलेबी का भी आनंद उठा सकते हैं। फेस्टिवल के दौरान लोग यहां देश के विभिन्न राज्यों से आई हुई दीदियों के हाथों से बनी हुई व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं।
सत्रह दिसंबर तक केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) तथा कुडुंबश्री द्वारा समर्थित इस फेस्टिवल में राजधानी के लोगों को सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 25 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो रहे बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान रहे हैं और वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो रहे हैं और उसका स्वाद भी उठा रहे है। यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं।
ग्रामीण विकास मंत्रालय के मुख्य कार्यक्रम राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के तहत गठित देश भर के स्वयं सहायता समूहों की महिलाएं को न केवल ग्रामीण उत्पाद बनाने में कुशलता हासिल है बल्कि विभिन्न राज्यों के परंपरागत पकवान बनाने में उनको दक्षता और महारथ हासिल है। ये महिलाएं और उनके साथ अपने कार्य क्षेत्र में दक्ष लोग यहां अपनी कला का प्रदर्शन करेंगे। इसमें मुख्य रूप से राजस्थान की कैर सांगरी, गट्टे की सब्ज़ी, बाजरे की रोटी,
बंगाल की हिलसा, फ़िश करी, तेलंगाना का चिकन, केरल की मालाबार बिरयानी, बिहार का लिट्टी चोखा, पंजाब का सरसों का साग और मक्के की रोटी सहित अन्य राज्यों के बेहतरीन स्वादिष्ट पकवान उपलब्ध रहेंगे। इसमें हरियाणा, अरुणाचल प्रदेश, महाराष्ट्र, केरल, असम, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा और गुजरात सहित अन्य राज्य हिस्सा ले रहे हैं।
टिप्पणियाँ