सांगानेर के संकट का निवारण नही हुआ तो परिवारों के लिए भूखों मरने की नौबत आ जायेगी

० आशा पटेल ० 
जयपुर - राइजिंग राजस्थान का स्वागत और सांगानेर के मीटिंग की अध्यक्षता करते हुए सांगानेर विकास नागरिक मंच के अध्यक्ष अशोक स्वामी ने कहा कि सांगानेर के विश्व प्रसिद्ध उद्योगों पर प्रदूषण के संकट के निवारण के लिए प्रमुख संगठनों को मिलकर समाधान के लिए आगे आना होगा। कपड़ा रंगाई छपाई एसोसिएशन के अध्यक्ष देवीशंकर खत्री ने कहा कि एसोसिएशन ने कपड़ा रंगाई छपाई उद्योग को बचाने के लिए दिनरात भरसक प्रयास किए है किंतु केंद्र सरकार द्वारा पूरी राशि नही दिए जाने के कारण सीईटीपी का कार्य रुक गया।
सांगानेर प्रिंट ट्रेडिंग कंपनी के सचिव घनश्याम कूलवाल ने कहा कि सांगानेर के उद्योगों से जयपुर के अन्य क्षेत्रों से सबसे अधिक जीएसटी और कपड़ा निर्यात से विदेशी मुद्रा मिलती है साथ ही बढ़ती बेरोजगारी के माहोल में लाखों रोजगार दे रहे हैं इसके बावजूद सांगानेर के विधायक मुख्यमंत्री ने साल भर से ध्यान ही नहीं दिया। छीपा पंचायत सांगानेर के सचिव अवधेश पांडे ने कहा कि सरकार सांगानेरी हैंड ब्लॉक प्रिंटिंग में कार्य करने वाले सिद्धहस्त शिल्पियों को राष्ट्रीय पुरस्कार तो देती है लेकिन उनके कुटीर उद्योग के स्थाइत्व के लिए कोई भी योजना सरकारों ने अभी तक नही बनाई है।

एसोसिएशन राजेंद्र जिंदगर ने कहा कि हमारे विधायक के मुख्यमंत्री बनने पर उद्योग और सांगानेर में अपर हर्ष की लहर दौड़ गई और विश्वास हुआ कि अब तक हुई उपेक्षा से मुक्ति मिलेगी। सचिव जिंदगर ने कहा कि ठेकेदार ने काम पूरा नहीं किया, शर्तों के अनुसार हमने भुगतान पूरा किया है। उद्यमी सुरेश टाक ने कहा कि पाली और बालोतरा में एनजीटी द्वारा कारखाने बंद कराने से सांगानेर में भी हड़कंप मचा हुआ है।  सभा में उपस्थित मंच के सचिव राजेंद्र कुम्भज ने कहा कि मैंने पिछले दिनों मुख्य मंत्री से सांगानेर के संकट के बारे में मुलाकात की थी, उन्होंने आश्वासन दिया था यथाशीघ्र उद्यमियों से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे।

सभा में उपस्थित महिला शक्ति की और से प्रेम लता सेठी और गीता खंडेलवाल ने जोर देकर कहा कि इस उद्योग से हजारों महिलाएं जुड़ी हुई है यदि सांगानेर के संकट का निवारण नही हुआ तो हमारे परिवारों के लिए भूखों मरने की नौबत आ जायेगी। सांगानेर व्यापार मंडल के कैलाश नाटाणी, गोपाल अग्रवाल, जगदीश कोठीवाल, रामेश्वर शर्मा (नेता), पांचू सुइवाल, भंवरलाल सैनी, डॉक्टर रामसिंह, नंदलाल चौधरी, सीताराम सेठी, लेखराज सैनी, 

भगवान अलौरिया, प्रोफेसर राजेश चौधरी, नवल पटेल, भगवान दास खत्री, गोविंदराम हटवाल इत्यादि ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि पार्षद बीजेपी का, महापोर बीजेपी की, विधायक और मुख्यमंत्री बीजेपी का, सांसद भी बीजेपी की है और केंद्र और राज्य सरकार भी बीजेपी की है और सांगानेर की जनता भी बीजेपी की मतदाता होने के बावजूद भी सांगानेर की उपेक्षा सरकारों पर प्रश्न वाचक चिन्ह लगाती है।
बृज बल्लभ उदयवाल ने पर्यावरणीय संकट से मुक्ति की योजना बनाने के लिए सांगानेर के संगठनों के प्रमुखों की एक मीटिंग का सुझाव दिया और इस हेतु आगामी सभा के लिए 8 दिसंबर को रातलीया ग्राम स्थित शिल्पी संस्थान प्रांगण में मीटिंग रखने का प्रस्ताव रखा जिसको सभी उपस्थितों ने स्वीकार किया।

टिप्पणियाँ

इस ब्लॉग से लोकप्रिय पोस्ट

राजस्थान : पत्रकारों पर जान लेवा हमला पीड़ित पत्रकारों को आर्थिक सहायता की मांग

माहेश्वरी स्कूल बॉक्स क्रिकेट लीग 3.0 का हुआ आयोजन

"मुंशी प्रेमचंद के कथा -साहित्य का नारी -विमर्श"

राजा बहिरवाणी बने सिंधी काउंसिल ऑफ इंडिया दुबई चैप्टर के अध्यक्ष

डंडिया जी की कलम में है सच को सच कहने की हिम्मत : कटारिया