उक्रांद दिल्ली प्रदेश इकाई ने बाबा बडोनी को दी श्रद्धांजलि

० योगेश भट्ट ० 
नयी दिल्ली - उत्तराखंड क्रांति दल दिल्ली प्रदेश द्वारा उत्तराखंड के बाबा इंद्रमणि बडोनी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया। उत्तराखंड क्रांति दल के केन्द्रीय अध्यक्ष पूर्ण सिंह कठैत ने दल के पर्यावेक्षक अतुल जैन और प्रभारी प्रताप सिंह शाही की संस्तुति पर साहित्यकार एवं भाषाविद डॉ. बिहारीलाल जलन्धरी का मनोनयन किया । डॉ जलन्धरी ने दिल्ली प्रदेश इकाई के लिए एक खाका तैयार किया जिसमें दल के पूर्व अध्यक्ष, पूर्व पदाधिकारी, पूर्व आंदोलनकारी के साथ नए एवं जुझारू नौजवानों को जगह दी गई। उन्होंने ग्यारह प्रकोष्ठों के माध्यम से हर क्षेत्र के व्यक्ति को जोड़ने का रास्ता स्पष्ट किया ।
दिल्ली के सात संसदीय क्षेत्रों के लिए सात प्रभारी नियुक्त किए जो वहां की विधानसभाओं में जहां उतराखंड के लोग अधिसंख्य हैं वहां इकाई का गठन कर उन क्षेत्रों में अपने प्रत्याशी उतारने के लिए जिम्मेदारी दी है। उन्होंने कहा दिल्ली में हमारे समाज के लोग कई दलों की दिन रात सेवा कर रहे हैं चुनाव के वक्त उन्हें दरकिनार कर दिया जाता है। यदि ऐसा कोई व्यक्ति समाज से है उसे उत्तराखंड क्रांति दल टिकट देकर चुनाव लड़ाएगा। इसके लिए उन्होंने नो पदाधिकारियों की एक कमेटी का गठन किया जो टिकट आवंटन पर निर्णय लेगी।

 दल के चुनाव चिन्ह के बारे में कहा कि उत्तराखंड चुनाव आयोग ने दल को निकाय चुनाव के लिए कप प्लेट चुनाव चिन्ह आवंटित किया है । दिल्ली प्रदेश इकाई में जिनको स्थान मिला है उनमें सर्वोच्च निर्णायक मंडल में प्रताप सिंह शाही, जगदीश थपलियाल, संरक्षक मंडल में पूरण सिंह रावत, दिनेश जोशी, डीडी जोशी, कैलाश थपलियाल, मार्गदर्शक मंडल में डॉ राजेश्वर शाह, एस.पी. गौड़, गिरधर सिंह नेगी, वरिष्ठ उपाध्यक्ष में महेश मठपाल प्रभारी उतर पश्चिम संसदीय क्षेत्र, उपाध्यक्ष भागीरथ सिंह रावत प्रभारी पश्चिमी संसदीय क्षेत्र, महामंत्री संगठन चंद्र सिंह रावत 'स्वतंत्र',

 कोषाध्यक्ष अमित थपलियाल, एडवोकेट राकेश बिंजोला मंत्री विधि, मीनाक्षी सकलानी मंत्री महिला सेल,  दरवान सिंह सजवाण मंत्री साहित्यिक क्षेत्र, प्रवक्ता महेश पपनै, सह प्रवक्ता सत्येन्द्र सिंह रावत। साहित्यिक प्रकोष्ठ के अध्यक्ष जगमोहन सिंह रावत 'जगमोरा', महामंत्री डॉ पृथ्वी सिंह केदारखंडी, कोषाध्यक्ष  संदीप गढ़वाली का मनोनयन किया। जिन प्रकोष्ठों में मनोनयन किया जाना है उनमें विधि, महिला, भू.पू. सैनिक, सांस्कृतिक, मीडिया, आईटी, राज्य आंदोलनकारी, व्यापार, युवा, यू.एस.एफ. हैं।

डॉ जलन्धरी ने कहा कि हम अपने साथियों के मार्गदर्शन में दिल्ली विश्वविद्यालयों में उत्तराखंड स्टूडेंट फैडरेशन को पुनर्जीवित करेंगे। दिल्ली में कई सामाजिक संगठन अपने समाज के लोगों को टिकट न मिलने पर निराश हैं वह उत्तराखंड क्रांति दल के पक्ष में माहौल बना रहे हैं। समाज के लोगों ने ठान ली है कि जिस पार्टी ने हमारे समाज के प्रतिनिधि को ठुकराया है हम उसके प्रत्याशी को जीतने नहीं देंगे।

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