राइजिंग राजस्थान की शाम में विदेशी मेहमानों ने लिया राजस्थानी गीतों का लुत्फ़

० आशा पटेल ० 
जयपुर, राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इनवेस्टमेंट समिट के तहत आयोजित किये जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों की में पधारे विदेशी निवेशकों, देशी -विदेशी मेहमानों, डेलीगेट्स के बीच हर्ष और आनंद से सराबोर रही।
गायन, वादन और नृत्य के सुमधुर सांगीतिक समन्वय के बीच पधारो म्हारे देश की थीम पर बिखरे सुरों से सजी यह निराली शाम खम्मा घणी ओ लाडी सा...पधारो रे सुहानी सा...आदि गानों और दीर्घ स्क्रीन पर दृश्य श्रव्य धुनों के बीच निवेशकों को लुभाती सी नजर आई। राजस्थानी संगीत से समृद्ध धोरां वाले देश राजस्थान में निवेश को प्रोत्साहित करती सांझ में सुरम्य वातावरण और शानदार प्रदर्शन रहा।
जयपुराइट्स, यूथ एवं निवेशक आगन्तुकों ने पुष्कर और पिछोला झील के मनमोहक दृश्य, यूनेस्को की संरक्षित प्रादेशिक धरोहरों, दुर्गों, कुएं-बावड़ियों के शिल्प-स्थापत्य की आभा, प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर खनिजों के अजायबघर के नाम से सुविख्यात राजस्थान प्रदेश में वन, वन्य जीवों, अभयारण्यों आदि की छटा, आन -बान और शान की मरुधरा के व्यापक दिग्दर्शन कर हर कोई भाव विभोर हो उठा।  प्रदेश सरकार द्वारा राज्य में विकसित राजस्थान की तर्ज पर औद्योगिक निवेश को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से 11 दिसंबर तक तीन दिवसीय राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इंवेस्टमेंट समिट का आयोजन किया जा रहा है। 
समिट में शिरकत करने आए देशी-विदेशी मेहमानों को प्रदेश की समृद्ध संस्कृति, गौरवान्वित विरासत और सभ्यता से रूबरू करवाने की कड़ी में सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। रविन्द्र उपाध्याय ने चक दे इंडिया.. जय हो.. धरती धोरां री..चूड़ी चमके...चिरमी...लगन लगी..घूमर....केसरिया बालम, आवो नी पधारो म्हारे देश...आदि गाने गाकर सबको थिरकने पर मजबूर कर दिया, वहीं गिर्राज धरण के जयकारों के उद्घोष से दर्शकों में जोश भर दिया। रंगीलो राजस्थान की रंग-बिरंगी उत्सवी बिसात भी इस दौरान बिछी और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, सभ्यता, संस्कृति के रंग ने सबको अपने रंग में रंग दिया। अनिल मारवाड़ी ने मारवाड़ी गानों से सबको मंत्रमुग्ध किया। समारोह में मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा, उपमुख्यमंत्री डॉ. प्रेमचंद बैरवा सहित विभिन्न विभागों के आला अधिकारीगण के साथ ही देश-विदेश से आये डेलीगेट्स, उद्योगपति व निवेशक भी मौजूद रहे।

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