सर्व सेवा संघ वाराणसी परिसर के ध्वस्तीकरण के विरोध में लखनऊ में धरना

० आशा पटेल ० 
लखनऊ । राष्ट्रपिता महात्मा गांधी , संत विनोबा , लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विरासत को बचाने के लिए राजघाट , वाराणसी परिसर के सामने चल रहे " न्याय का दीप जलाएं -100 दिनी सत्याग्रह " के समर्थन में लखनऊ में गांधी भवन ( रेजीडेंसी के सामने ) स्थित गांधी प्रतिमा पर गांधी जनों एवं अन्य सामाजिक संगठनों द्वारा गांधी स्मारक निधि के सचिव लाल बहादुर राय के नेतृत्व में धरना दिया गया ।
राष्ट्रपिता की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने एवं पुष्पांजलि अर्पित करने के पश्चात गांधी जी के प्रिय भजन का पाठ किया गया ।
सत्याग्रहियों को संबोधित करते हुए " गांधी जन " के संयोजक एवं सोशलिस्ट फाऊंडेशन के अध्यक्ष एडवोकेट राम किशोर ने कहा कि सरकार ने जिस प्रकार से झूठ , फर्जी और फरेबी तरीके से गांधी जी , संत विनोबा भावे , लोकनायक जयप्रकाश नारायण की विरासत को ध्वस्त किया है उसके विरोध में देश एवं विदेश के गांधी जन शांतिपूर्ण , अहिंसात्मक एवं संवैधानिक तरीके से अपना प्रतिरोध जारी रखेंगे । उन्होंने कहा कि हम गांधी जन अन्याय और जुर्म के खिलाफ न्याय के लिए निरंतर संघर्ष करते रहेंगे । गांधी स्मारक गांधी स्मारक निधि उत्तर प्रदेश के सचिव लाल बहादुर राय ने विस्तार से बताया कि किस प्रकार झूठ और फर्जी प्रपत्रों एवं दस्तावेजों का सहारा लेकर कर सर्व सेवा संघ परिसर को ध्वस्त किया गया और लोकनायक जयप्रकाश नारायण , 
 लाल बहादुर शास्त्री , डॉक्टर राजेंद्र प्रसाद , जगजीवन राम जैसे सम्माननीय राष्ट्रीय नेताओं के प्रति शर्मनाक तरीके से अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया । शहीद स्मृति मंच के संयोजक आशीष यादव डिगडिगा ने कहा कि ' गांधी के विचारों को कोई खत्म नहीं कर सकता । गांधी दुनिया की उम्मीद हैं , भविष्य की आशा हैं । ' गांधीवादी चिंतक एवं विचारक अनिल विश्व राय ने कहा कि ' हम अन्याय , झूठ और ज़ुल्म के आगे झुकने वाले नहीं हैं । न्याय के लिए हमारा संघर्ष जारी रहेगा ।' धरने में उत्तर प्रदेश शराब बंदी अभियान की अर्चना , नरेंद्र मेहरोत्रा आदि ने भी न्याय के लिए संघर्ष को चालू रखने एवं अन्याय का प्रतिकार करते रहने का संकल्प दोहराया । सभा का संचालन पीपुल्स यूनिटी फ़ोरम के संयोजक एडवोकेट वीरेंद्र कुमार त्रिपाठी ने किया । उन्होंने कहा "दमन में कितना जोर है तेरे ,देख लिया और देखेंगे " । न्याय के लिए हमारा शांतिपूर्ण, अहिंसात्मक संघर्ष जारी रहेगा ।

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