पौडी गढ़वाल के पहले सांसद भक्त दर्शन की 112 वीं जयंती पर विशेष
० शीशपाल गुसाईं ० उत्तराखंड -पौडी गढ़वाल के पहले सांसद भक्त दर्शन महान निष्ठावान, विद्वतापूर्ण और नेतृत्वशील व्यक्ति थे। उनकी 112वीं जयंती पर हम उनके अनुकरणीय जीवन और विरासत को श्रद्धांजलि देते हैं। भक्त दर्शन जी भारतीय स्वतंत्रता आंदोलन में एक प्रमुख व्यक्ति थे, जिन्होंने ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से आजादी के संघर्ष में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। स्वतंत्रता के प्रति उनके अटूट समर्पण के कारण उन्हें कई बार जेल जाना पड़ा, जहां उन्हें बड़ी कठिनाइयों और पीड़ाओं का सामना करना पड़ा। भक्त दर्शन जैसे अनगिनत व्यक्तियों के बलिदान के माध्यम से ही भारत ने अंततः 1947 में स्वतंत्रता प्राप्त की। भक्त दर्शन जी की पहली गिरफ्तारी 1930 में हुई, जब उन्होंने महात्मा गांधी के नेतृत्व में सविनय अवज्ञा आंदोलन में भाग लिया। ब्रिटिश सरकार की दमनकारी नीतियों के खिलाफ अवज्ञा के इस कार्य ने एक स्वतंत्रता सेनानी के रूप में उनकी लंबी और कठिन यात्रा की शुरुआत की। कठोर व्यवहार और कारावास का सामना करने के बावजूद, भक्त दर्शन इस उद्देश्य के प्रति अपनी प्रतिबद्धता पर दृढ़ रहे। 1941 में, भक्त दर्शन को एक बार फिर भारत छोड़ो आं