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SACHIN PILOT Says : RAHUL GANDHI Parliamentry Leader of Opposition बनने ...

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सचिन पायलट ने कहा राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से विपक्ष में ऊर्जा का संचार

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० आशा पटेल ०  जयपुर । सचिन पायलट अपने आवास पर मीडिया से रूबरू होते हुए कहा कि कांग्रेस वर्किंग कमेटी का प्रस्ताव को स्वीकार करते हुए सोनिया गांधी ने राहुल गांधी को नामांकित किया है। नेता प्रतिपक्ष के तौर पर राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस से बल्कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं में बल्कि पूरा इंडिया अलाइंस में ऊर्जा का संचार हुआ है। उन्होनें कहा कि राहुल गांधी ने लगातार चुनौती दी है । लोगों की आवाज बने हैं संसद के अंदर और संसद के बाहर राहुल गांधी नेता प्रतिपक्ष बने हैं तो विपक्ष की उम्मीदें बढी है। लाखों करोड़ों लोग जिन्होंने लोकतंत्र को जीवित रखने के लिए और संविधान को सुरक्षित रखने के लिए इंडिया अलाइंस को वोट डाला था, उनको उम्मीद बनी है कि अब राहुल गांधी सच की लड़ाई लड़ने का काम करेंगे। राहुल गांधी के नेता प्रतिपक्ष बनने से न केवल कांग्रेस को ताकत मिलेगी बल्कि उस सोच को ताकत मिलेगी जो देश में अमन चैन, भाईचारा की बात करते हैं। इस सरकार का रवैया सही नही है । अबतक परंपरा यह है कि अगर स्पीकर बनता है तो डिप्टी स्पीकर विपक्ष का बनता है । हमारी सरकार के समय डिप्टी स्पीकर विपक्ष

उपनिवेशवाद के साये में भाषा विषय पर कराया ऐतिहासिक तथ्यों से रुबरु

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० आशा पटेल ०  जयपुर ।  दर्शन प्रतिष्ठान, जयपुर एवं दर्शन विभाग, राजस्थान विश्वविद्यालय, जयपुर के संयुक्त तत्त्वावधान में तृतीय श्री यशदेव शल्य स्मृति में उपनिवेशवाद के साये में भाषा' विषय पर व्याख्यान का आयोजन एच आर. डी. सी. भवन, राजस्थान विश्वविद्यालय में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य वक्ता थे पत्रकार आचार्य अभय कुमार दुबे एवं सभापति डॉ. के. के. पाठक (आई.ए.एस.)। डॉ. अनुभव वार्षनेय, डॉ. मनीष सिनसिनवार, प्रोफेसर सर्वदमन मिश्र व प्रोफेसर राजवीर सिंह शेखावत ने अतिथियों का स्वागत किया। प्रोफेसर सर्वदमन मिश्र ने अतिथियों का परिचय दिया। डॉ. कमलनयन ने अपने विषय प्रवेश व स्वागत भाषण में उपनिवेशवाद और भाषा के सम्बन्ध में भूमिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम में मुख्यवक्ता आचार्य अभय कुमार दुबे ने अपने व्याख्यान में ऐतिहासिक सन्दर्भों के साथ विषय को विस्तार से स्पष्ट किया। उन्होने यह स्थापित किया कि किस प्रकार हम अपने व्यवहार और विचार में उपनिवेशन से ग्रस्त हैं। हमें स्वयं को अपनी दृष्टि से देखने के लिए औपनिवेशिक मानसिकता से बाहर आना होगा।   दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरविन्द विक्रम सिंह ने

जे पी ने देश के नव निर्माण को नयी दिशा दी--शिव प्रताप शुक्ल

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० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र द्वारा आयोजित  समारोह का उद्घाटन हिमाचल प्रदेश राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल ने किया। शुक्ल ने जे पी को देश के नव निर्माण के महान योद्धा की संज्ञा दी और कहा कि आज उन्हीं के संघर्ष का प्रतिफल है कि देश में लोकतंत्र जीवित है और हम खुली हवा में सांस ले रहे हैं। इस सबके लिए सत्तर के दशक में देश के नव निर्माण आंदोलन में उनकी भूमिका को भुलाया नहीं जा सकता। उनका देश की आजादी और बाद में उसके स्थायित्व के लिए उनका संघर्ष देश के इतिहास में स्वर्णाच्छरों में अंकित रहेगा।  लोकनायक जयप्रकाश अंतरराष्ट्रीय अध्ययन विकास केन्द्र द्वारा आयोजित लोकनायक की स्मृति में बीते दशकों से किये जा रहे कार्यक्रम प्रशंसनीय हैं और उसके द्वारा उनकी स्मृति को संजोये रखने का प्रयास स्तुतियोग्य है।  उन्होंने कहा कि जे पी ने नैतिक राजनीति की हमेशा वकालत की। आज आधी सदी के बाद इस पर विचार करना समय की मांग है और बेहद जरूरी भी है। असलियत तो यह है कि जेपी स्वप्नजीवी नहीं थे। वह सार्थक विचार करने वाले व्यक्ति थे।  आज संपूर्ण क्रांति को आधी सदी का समय ब