संदेश

जुलाई 13, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

सीए प्रकाश शर्मा वाशिंगटन में आईसीएआई का प्रतिनिधित्व करेंगे

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर। आईसीएआई के केंद्रीय परिषद सदस्य और आईसीएआई के आंतरिक लेखा परीक्षा और प्रबंधन लेखा बोर्ड के अध्यक्ष सीए प्रकाश शर्मा, आईसीएआई के प्रतिनिधि के रूप में 15-17 जुलाई को वाशिंगटन, डीसी में आईआईए के 2024 अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने जा रहे हैं। यह सम्मेलन आंतरिक लेखा परीक्षा के वैश्विक अभ्यास के लिए उपलब्ध नए क्षितिज और नए अवसरों पर अपनी नज़र रखता है। यह सम्मेलन आंतरिक लेखा परीक्षा के वैश्विक अभ्यास के नए क्षितिज और नए अवसरों पर ध्यान केंद्रित करता है। आंतरिक लेखा परीक्षा एक महत्वपूर्ण क्षेत्र है जो संगठनों की आंतरिक निगरानी और नियंत्रण प्रक्रियाओं की जांच करता है।  यह सम्मेलन पेशेवरों को नवीनतम प्रवृत्तियों, चुनौतियों, और अवसरों के बारे में जागरूक करने का अवसर प्रदान करता है। इस सम्मेलन में हर साल 120 से अधिक देश भाग लेते हैं, जिससे यह एक वैश्विक मंच बनता है जहां आंतरिक लेखा परीक्षा से संबंधित सर्वोतम प्रथाओं, तकनीकों और नवाचारों पर विचार-विमर्श किया जाता है। सीए प्रकाश शर्मा का इस सम्मेलन में भाग लेना आईसीएआई के अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिनिधित्व को सशक्त करेगा।

सीएमए फाउंडेशन में 317में से 216 हुए पास और 10 मेरिट में

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर । दी इन्स्टीट्यूट ऑफ कॉस्ट अकाउन्टेन्ट्स ऑफ इंडिया ने जून 2024 में आयोजित सीएमए फाउंडेशन परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया है। जयपुर चैप्टर का इस बार शानदार रिजल्ट रहा | चेप्टर के डायरेक्टर पी डी अग्रवाल ने बताया कि इस बार 317 विद्यार्थी परीक्षा में बैठे थे , जिसमें से 216 विद्यार्थी पास हुए। इस प्रकार इस बार रिजल्ट 68.14 प्रतिशत रहा। जयपुर चैप्टर से निम्नलिखित विद्यार्थियों ने मेरिट में प्रथम 10 स्थान प्राप्त किया । इनके 400 में से इस प्रकार रहे अंक 1 गुंजन भूरानी 348 1 कशिश इन्सा 348 2 अक्षत जैन 330 3 मृत्युंजय रावल 326 4 मिष्ठी सैनी 314 5 अर्शदीप सिंह हुरा 312 5 चक्षु गोयल 312 6 आस्था गर्ग 304 6 स्वाति पांडे 304 7 हर्षवर्द्धन चतुर्वेदी 302 8 रिमझिम शर्मा 300 9 गौतम भाटिया 298 10 चार्वी जैन 294 10 आदित्य सिंघल 294 जयपुर चैप्टर ने इन स्टूडेंट्स के लिए एक सम्मान समारोह आयोजित कर टॉप 10 विद्यार्थियों को सम्मानित भी किया जिसमें उनके अभिभावकों ने भी भाग लिया।सीएमए पी.डी. अग्रवाल, कोचिंग निदेशक ने बताया कि इन्स्टीट्यूट की दिसम्बर 2024 में होने वाली फाउन्डेशन, इन्टरमीडिएट

आईओटेक वर्ल्ड कोयंबटूर में 22वें CODISSIA एग्री इनटेक्स में एग्रीबॉट एमएक्स ड्रोन पेश करेगा

चित्र
० योगेश भट्ट ०  कोयंबटूर : आईओटेकवर्ल्ड, कृषि में प्रयोग होने वाली ड्रोन टेक्‍नोलॉजी 11 जुलाई से 15 जुलाई तक तमिलनाडु के कोयंबटूर में CODISSIA ट्रेड फेयर कॉम्प्लेक्स में आयोजित होने वाले 22वें CODISSIA एग्री इनटेक्स मेले में धूम मचाने के लिए तैयार है। कंपनी अपना नया प्रोडक्‍ट, एग्रीबॉट एमएक्स ड्रोन पेश करने के लिए उत्साहित है। यह उपकरण खासतौर पर भारत के दक्षिणी राज्यों के प्रगतिशील किसानों की आधुनिक सिंचाई की जरूरतों को पूरा करने के लिए बनाया गया है। भारतीय कृषि क्षेत्र में इस्तेमाल होने वाला नंबर वन ड्रोन कृषि की उन्नत तकनीक के शिखर का प्रतिनिधित्व करता है। इसका लक्ष्य खेती में आधुनिक तरीके अपनाकर क्रांतिकारी बदलाव लाना है, जिससे उत्पादकता के साथ स्थिरता भी बढ़ी है। ट्रेड फेयर देखने आने वाले मेहमानों को हॉल एच, स्टॉल नंबर पांच, में एग्रीबॉट एमएक्स ड्रोन को देखने का अवसर मिलेगा। इस प्रदर्शनी में मेहमान एग्रीबॉट ए6 और निगरानी रखने वाला दृष्टि सर्विलांस ड्रोन भी देख सकेंगे।  एग्रीबॉट एमएक्स ड्रोन में आधुनिक तकनीक पेश की गई है, जिसनें रडार पर आधारित एडीएएस-(एडवांस ड्रोन असिस्टेंस सिस्टम)

DPS DWARKA SCHOOL : दिल्ली हाई कोर्ट का बड़ा आदेश अभिभावकों को दिखी आशा की किरण

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली : डीपीएस द्वारका द्वारा मनमानी फीस वसूलने के लिए काट दिए थे 26 बच्चो के नाम। वर्षो से अभिभावक इस मनमानी के खिलाफ आवाज उठा रहे थे और शिक्षा निदेशालय से अनुरोध कर रहे थे कि अपने आदेश/नियमो का पालन कराए जिसमे वह अभी तक नाकाम रहे। अभिभावकों ने इन बच्चो के नाम दुबारा जुड़वाने के लिए डीडीई एसडबल्यू बी, नजफगढ़, दिल्ली शिक्षा निदेशालय के मुख्यालय में कई बार गुहार लगाई, ज्ञापन दिया एवम प्रदर्शन किए लेकिन आश्वाशन के सिवा कोई समाधान नहीं मिला तब थक हार के अभिभावकों ने उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। उच्च न्यायलय ने शिक्षा के मौलिक अधिकारों, शिक्षा का अधिकार एवम डीएसईएआर एक्ट 1973 के तहत अपने अंतरिम आदेश में डीपीएस स्कूल द्वारका की तानाशाही पर अंकुश लगाया जो कि देश भर के अभिभावकों के लिए भी एक ऐतिहासिक फैसला है एवम पूरे भारतवर्ष के हर निजी संस्थान के लिए एक सबक है एवम अभिभावकों के लिए सविधान एवम मौलिक अधिकारों का रक्षक है। दिव्या मैटी ने बताया कि यह एक बेहद खुशी और गर्व की बात है कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने सचाई को विवेकपूर्ण सुना एवम समझा और उन अभिभावकों को राहत दी जो पि