संदेश

सितंबर 2, 2024 की पोस्ट दिखाई जा रही हैं

Delhi "साउंडस्केप्स ऑफ इंडिया" का पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने किया उद्घाट...

चित्र

भामाशाह राधेश्याम चौधरी के सुपुत्र को मिला भामाशाह सम्मान

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर , भारतीय वाङ्मय में दान का महत्त्व विलक्षण बताया गया है। मनुष्य किसी सद्प्रेरणा से समाज को अपने निमित्त मात्र के द्वारा कृतार्थ करता है, उसे लोकोपकारी कहा गया है। बालिका शिक्षा के संवर्धन हित ऐसी ही लोकोपकारी प्रतिभा का नाम है भामाशाह सेठ राधेश्याम चौधरी जिनका श्री श्री 1008 श्रद्धेय संत नारायण दास महाराज द्वारा जनकल्याण हेतु कायाकल्प हुआ। परम संत श्रद्धेय नारायण दास महाराज की विलक्षण प्रेरणा से उन्होंने अपने पूर्वजों की स्मृति में सामोद गांव तथा आसपास के क्षेत्र की बालिकाओं के लिए शिक्षा का एक नवीन सुविधायुक्त केंद्र स्थापित करवाया।  लोकार्पण के दौरान तत्कालीन शिक्षामन्त्री गुलाबचन्द कटारिया द्वारा सम्मान समारोह में भामाशाह सेठ राधेश्याम चौधरी को सम्मानीत किया गया। परिवार की यही भामाशाही परंपरा को भामाशाह सेठ राधेश्या चौधरी के सुपुत्रों प्रवीण एंव प्रदीप तथा सुपौत्र प्रशांत चौधरी ने राधेश्याम चौधरी की स्मृति में विद्यालय भवन में लगभग चालीस लाख रुपये की लागत से पांच कक्षा कक्ष का निर्माण करवा कर उनकी परंपरा को और आगे बढ़ाया। समाज में दान के अक्षय महत्त्व को रेखांकित

स्पंदन व साहित्य समर्था द्वारा साहित्यकारो का सम्मान

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर । पिंक सिटी प्रेस क्लब में साहित्यकार सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह में “स्पंदन शिखर सम्मान 2024”,भोपाल की साहित्यकार डॉ. उर्मिला शिरीष को। स्पंदन विशिष्ट साहित्यकार सम्मान-2024” नोएडा के साहित्यकार डॉ. संजीव कुमार को,“साहित्य समर्था” पत्रिका द्वारा आयोजित “अखिल भारतीय शिक्षाविद पृथ्वीनाथ भान साहित्य सम्मान उपन्यास विधा से देश भर के बारह उपन्यासकारों को सम्मानित किया गया। इनमें जयपुर के रत्नकुमार साँभरिया का उपन्यास “साँप” ,जयपुर के ही डॉ. अजय अनुरागी का उपन्यास “जयपुर तमाशा” ,इंदौर की निर्मला भुराड़िया का उपन्यास “ज़हरखुरानी”,  दिल्ली की मधु चतुर्वेदी का उपन्यास, “धनिका”, रायपुर,छत्तीसगढ़ की उर्मिला शुक्ल का उपन्यास “बिन ड्योढ़ी का घर”,अहमदाबाद की नीलम कुलश्रेष्ठ का उपन्यास “हवा ज़रा थम कर बहो”तथा संयुक्त उपन्यास “हाशिये के हक” के लिए नीलिमा शर्मा दिल्ली, डॉ. रंजना जायसवाल मिर्ज़ापुर, डॉ. जया आनंद मुम्बई और डॉ. गीता द्विवेदी कानपुर को संयुक्त रूप से सम्मानित किया गया । दो युवा प्रतिभा प्रथम प्रकाशित कृति सम्मान से जयपुर की टीना शर्मा “माधवी “ के उपन्या

नारायण सेवा : दिव्यांग एवं निर्धन 51 बेटियों का सामूहिक विवाह

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर, नारायण सेवा संस्थान के बड़ी ग्राम स्थित परिसर में 42वें नि:शुल्क दिव्यांग एवं निर्धन सामूहिक विवाह 51 जोड़ों की दिव्यांगता और गरीबी के दंश को भुला दिया और खुशी की नई राहों ने इन्हें निमंत्रण दिया। देशभर से बड़ी संख्या में आए अतिथियों व धर्म माता-पिताओं ने इन जोड़ों को प्रधानमंत्री के आह्वान "एक पेड़ मां के नाम" थीम पर नवविवाहितों को तुलसी, अशोक, बिल्व और पीपल के पौधे भेंट करते हुए दाम्पत्य जीवन हरा भरा रहने का आशीर्वाद दिया। नारायण सेवा संस्थान के संस्थापक पद्मश्री कैलाश 'मानव' सह संस्थापिका कमला देवी अग्रवाल, अध्यक्ष प्रशांत अग्रवाल, निदेशक वन्दना अग्रवाल, ट्रस्टी देवेंद्र चौबिसा व विशिष्ट अतिथि दिल्ली के कुसुम गुप्ता, नरेंद्रपाल सिंह, सत्यनारायण गुप्ता, बृजबाला, अलवर के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा, गुड़गांव के नितिन मित्तल, सूरत के हरीश कुमार, मुंबई के सतीश अग्रवाल और उदयपुर के संतोषसिंह शलूजा ने वैदिक मंत्रोचार के बीच गणपति की छवि के समक्ष दीप प्रज्वलित कर विवाह समारोह की पारंपरिक रस्मों की शुरुआत की।  दूल्हा-दुल्हन ने परस्पर बारी-बारी से वरमाला

प्रधानमंत्री मातृ वंदना योजना में दिव्यांग गर्भवती महिला को मिलेंगे 10000 रू : उपमुख्यमंत्री

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर । राजस्थान सरकार में उपमुख्यमंत्री व महिला एवं बाल विकास मंत्री दिया कुमारी ने बताया कि 2024-25 में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तर्गत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को प्रथम सन्तान के लिए वर्तमान में दी जा रही राशि 6500 रूपये के स्थान पर 10 हजार रूपये किया गया है। उन्होंने बताया कि यह योजना महिलाओं के सशक्तिकरण हेतु मज़बूत कदम है।  दिव्यांग महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान तथा संतान के जन्म के पश्चात अधिक पौष्टिक आहार मिल सके इस हेतु उक्त राशि में बढ़ोतरी कर उसे 10 हजार रूपये किया गया है। इसके साथ ही माँ और बच्चें का बेहतर स्वास्थ्य हो तथा टीकाकरण सुनिश्चित हो सके इस हेतु उक्त प्रोत्साहन राशि दी जा रही है। उन्होंने कहा कि यह 3500 रू की अतिरिक्त राशि 100 प्रतिशत राज्य निधि से डीबीटी के माध्यम से दी जाएगी। निदेशक समेकित बाल विकास ओ पी बुनकर ने बताया कि राज्य सरकार ने परिवर्तित बजट वर्ष 2024-25 में प्रधानमंत्री मातृ वन्दना योजना के अन्तर्गत दिव्यांग गर्भवती महिलाओं को प्रथम सन्तान के लिए वर्तमान में दी जा रही राशि 6500 रूपये को 01 सितंबर से बढ़ाकर 10 हजार कर दिया है।  

खादी सम्मेलन : पैटर्न ऑफ असिस्टेंस बदलने से होगा रोजगार का संकट

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर | खादी तथा ग्रामोद्योग आयोग के खादी संस्थाओं को दी जाने वाली सहायता के पैटर्न में बदलाव करने से ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार का संकट पैदा हो जाएगा। जाहिर है इस बदलाव से खादी संस्थाओं को मिलने वाली कार्यशील पूंजी में भी कटौती हो जाएगी। अत: पैटर्न ऑफ असिस्टेंट में बदलाव को शीघ्रातिशीघ्र स्थगित किया जाए।यह प्रस्ताव बजाज नगर स्थित खादी संस्था संघ के कांफ्रेंस होल में नेशनल कोंफ्रेंस में खादी ग्रामोद्योग संस्था संघ और खादी मिशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित खादी प्रतिनिधियों के सम्मेलन में पारित किया गया। खादी ग्रामोद्योग आयोग के पूर्व सदस्य बसंत भाई ने कहा कि अखिल भारत चरखा संघ के शताब्दी वर्ष में खादी संस्थाओं को दी जाने वाली सहायता में बदलाव करना बिलकुल ही अनुचित है। खादी मिशन सेवा ट्रस्ट के मैनेजिंग ट्रस्टी इंदुभूषण गोइल ने कहा कि खादी संस्थओं द्वारा कम पूंजी में लाखों लोगों को रोजगार दिया जा रहा है। रामदास शर्मा ने कहा की इस सहायता पैटर्न में बदलाव होने पर देशभर में संचालित खादी क्षेत्र की सभी संस्थायें संकट में आ जाएगा। आयोग को इस पर शीघ्रातिशीघ्र पुनर्विचार करना

बैंक ऑफ़ बड़ौदा द्वारा अंतर अंचल संगीत, नृत्य प्रतियोगिता का आयोजन

चित्र
० आशा पटेल ०  जयपुर - बैंक ऑफ़ बड़ौदा के जयपुर अंचल द्वारा बैंक की 'बड़ौदा अनुभूति' पहल के अंतर्गत 'अंतर-अंचल संगीत एवं नृत्य प्रतियोगिता' आयोजित की गई। यह प्रतियोगिता राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर, झालाना, जयपुर में तीन दिनों तक आयोजित की गई जिसमें बैंक के सभी अंचलों तथा प्रधान एवं कॉर्पोरेट कार्यालय की कुल 24 टीमों ने एकल-गीत, युगल गीत, एकल नृत्य, समूह नृत्य, वाद्य यंत्र क्षेत्रों में प्रस्तुतियां दीं। इस अवसर पर निर्णायक मंडल के रूप में प्रसिद्ध संगीत एवं नृत्य विशेषज्ञ पंडित राजेन्द्र कुमार राव, रामलाल शर्मा एवं सुरभि चंदानी को आमंत्रित किया गया था।  प्रतियोगिता के सभी श्रेणियों में से श्रेष्ठ 7 टीमों का चयन किया गया। इन टीमों में से श्रेष्ठ तीन टीमों के अलावा सभी वर्गों में से पीपल्स च्वाइस अवार्ड और मोस्ट डिसिप्लीन अंचल और बेस्ट कॉस्ट्यूम टीम का भी चयन किया गया। विभिन्न श्रेणियों में विजेता टीमों में नॉर्थ ईस्टर्न, कोलकाता, मुंबई, रायपुर आदि टीमों ने विजेता का खिताब जीता। इस अवसर पर बैंक के उप महाप्रबंधक बृज मोहन मीना, क्षेत्रीय प्रमुख दीपक कुमार सिंह एवं उप महाप्रबंधक

लोकतंत्र के चौथे पिल्लर के प्रति सरकारों का रुख उदासीन,पत्रकारों की सुरक्षा,इलाज व पेंशन का मुद्दा रहा चर्चा में

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली: दिल्ली मीडिया एसोसिएशन की कार्यकरणी सदस्यों की बैठक हुई जिसकी अध्यक्षता डॉ बी आर चौहान  एवम संचालन वेदप्रकाश शर्मा (महासचिव) द्वारा किया गया। जिसमे मीडिया से जुड़े विभिन्न पहलुओं पर चर्चा हुई एवम सभी सदस्यों अजब सिंह (सेवानिर्वित, समाचार संपादक, पीटीआई-भाषा), उमेश जोशी (सेवानिर्वित, हेड टोटल टीवी, दूरदर्शन, एक्सप्रेस हाउस (जनसत्ता) इत्यादि) महेश मिश्रा आदि ने अपने सुझाव रखे। बैठक में लघु समाचार पत्र एवम फ्रीलांसर पत्रकारों ने भी हिस्सा लिया। जहा मीडिया क्षेत्र से जुड़े लोगो के भविष्य एवम कल्याण की बात हुई तो इस क्षेत्र से जुड़े लोगो के प्रति सरकार को उदासीनता का भी अवलोकन किया गया। डॉ. बी आर चौहान (अध्यक्ष) ने बताया की दिल्ली में लघु समाचार पत्र पत्रिकाओं एवम श्रमजीवी पत्रकारों की हालत दयनीय है जहा अन्य राज्य इनको पेंशन व विज्ञापन दे बढ़ावा दे रहे है। महेश मिश्रा ने कहा कि दिल्ली सरकार, दिल्ली के पत्रकारों के प्रति कोई संवेदना नही रखती न ही केंद्र सरकार कोई समुचित प्रावधान कर रही है यहां तक पत्रकारों को परिवार सहित मिलने वाली रेल यात्रा में 50% छूट को भी रोक

वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय नहीं रहे

चित्र
० योगेश भट्ट ०  भोपाल,  एक अनुभवी पत्रकार व कम्युनिकेटर के रूप में उमेश ने मीडिया की हर विधा में काम किया। टीवी पत्रकारिता से प्रारंभ कर वे आनलाइन माध्यम और कारपोरेट कम्युनिकेशन के भी सिद्ध हस्ताक्षर बने। उन्होंने एक ग्राउंड रिपोर्टर से एक अनुभवी संपादक तक का सफर तय किया। उपाध्याय ने प्रेस ट्रस्ट ऑफ इंडिया', 'ऑल इंडिया रेडियो', 'डीडी न्यूज', 'नेटवर्क18' और 'जी न्यूज' सहित कई अन्य न्यूज नेटवर्क के साथ काम किया। जेएनयू, डीयू और FTII के छात्र रह चुके उमेश उपाध्याय का अंतरराष्ट्रीय संबंधों और मीडिया के प्रति उनका जुनून उनके लेखों में स्पष्ट होता है। उन्होंने कई न्यूज व टॉक शो बनाए।  भारतीय जन संचार संस्थान के पूर्व महानिदेशक प्रो.संजय द्विवेदी ने वरिष्ठ पत्रकार उमेश उपाध्याय के असामयिक निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि उपाध्याय के निधन से हिन्दी मीडिया का एक सितारा अस्त हो गया। वे वैश्विक मीडिया के भारत विरोधी चेहरे को उजागर करने वाले साहसी पत्रकार थे। उमेश उपाध्याय का एक सितंबर को निधन हो गया है। उमेश उपाध्याय के दिल्ली स्थित घर पर कुछ का

IPRS "साउंडस्केप्स ऑफ इंडिया" का पंजाबी गायक दलेर मेहंदी ने किया उद्घाटन।*

चित्र
० योगेश भट्ट ०  नयी दिल्ली - दलेर मेहंदी ने IPRS "साउंडस्केप्स ऑफ इंडिया" का उद्घाटन किया जिससे वैश्विक संगीत समारोह की शुरुआत हुई IPRS (द इंडियन परफॉर्मिंग राइट्स सोसाइटी लिमिटेड) व भारत में लेखकों, संगीतकारों और संगीत के प्रकाशकों का प्रतिनिधित्व करने वाली संगीत कॉपीराइट सोसाइटी ने अपने "साउंडस्केप्स ऑफ इंडिया: गेटवे टू द वर्ल्ड" का शुभारंभ इंडिया इंटरनेशनल सेंटर नई दिल्ली में पंजाबी गायक दलेर मेहंदी के नेतृत्व में उद्घाटन के साथ किया।   पॉप स्टार दलेर मेहंदी के साथ एक फायरसाइड चैट का आयोजन किया गया जिनके संगीत ने दुनिया भर के दर्शकों को लुभाने के लिए सीमाओं को पार किया है आईएमईए डॉल्बी लैब्स के सीनियर डायरेक्टर कमर्शियल पार्टनरशिप्स करण ग्रोवर द्वारा संचालित इस चर्चा में श्री मेहंदी के शानदार करियर भारतीय संगीत में उनके योगदान और उनके काम की सार्वभौमिक अपील पर गहन चर्चा की गई। भारतीय संगीत की स्थायी वैश्विक प्रतिध्वनि को रेखांकित किया और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत के संगीत पदचिह्न का विस्तार करने पर सम्मेलन के फोकस के लिए माहौल तैयार किया। IPRS के सीईओ श्री राके

Delhi आर्टोग्राफी स्टूडियो द्वारा वार्षिक कला प्रदर्शनी

चित्र
० योगेश भट्ट ०  New Delhi : आर्टोग्राफी स्टूडियो द्वारा प्रदर्शनी स्टुडियो के छात्रों की प्रतिभाओं का प्रदर्शन है। इस में 200 से अधिक प्रदर्शित कलाकृतियाँ, डिजिटल और पारंपरिक शैलियों का एक अनूठा मिश्रण हैं, जो आधुनिक युग में कला की गतिशील और विकसित प्रकृति को दर्शाती हैं। इस कला प्रदर्शनी में स्कूल जाने वाले बच्चों से लेकर वरिष्ठ प्रतिभागियों तक की रचनात्मक और शैक्षणिक कार्यों की एक विविध श्रृंखला शामिल की गई है, जो 54 छात्रों के अपने शिल्प के प्रति जुनून और समर्पण को दर्शाती है। इस प्रदर्शनी का उद्घाटन प्रो.राजीव लोचन द्वारा किया गया जो कला के क्षेत्र में प्रख्यात व्यक्तित्व और नेशनल गैलरी ऑफ़ मॉडर्न आर्ट (एनजीएमए) नई दिल्ली के पूर्व निदेशक द्वारा किया गया । इस अवसर पर आर्टोग्राफी स्टूडियो के संस्थापक और निदेशक विजय कुमार भी उपस्थित थे । उनके मार्गदर्शन से ही छात्रों को अद्भुत कौशल सीखने और उन्हें इस स्तर पर प्रदर्शित करने का अवसर मिला । उनका मानना है की यह कार्यक्रम केवल एक प्रदर्शनी नहीं है, बल्कि हमारे छात्रों की कलात्मक यात्रा का उत्सव है, जिन्होंने हर कलाकृति में अपनी प्रतिभा का