दुनिया के सबसे बड़े रंगमंच महोत्सव : बीआरएम 2025 गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में शामिल होने की तैयारी में
० योगेश भट्ट ०
नई दिल्ली : राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) अपने अंतर्राष्ट्रीय रंगमंच महोत्सव, भारत रंग महोत्सव (बीआरएम) (25वे साल पूरा कर रहा है)। 'भारंगम' के नाम से यह महोत्सव, दुनिया का सबसे बड़ा थिएटर उत्सव है, जो इस बार 28 जनवरी से 16 फरवरी तक भारत, नेपाल और श्रीलंका के 13 शहरों में अपनी रंगत बिखेरेगा । एनएसडी 'वसुधैव कुटुम्बकम, वंदे भारंगम' की विचारधारा को आगे बढ़ाते हुए अंतर्राष्ट्रीय सहभागिता के माध्यम से इस महोत्सव की पहुँच को और व्यापक बना रहा है । 'एक रंग : श्रेष्ठ रंग’ - भारत रंग महोत्सव 2025 का यह नारा रचनात्मक अभिव्यक्ति में एकता और विविधता में एकता के भाव को दर्शाता है। प्रसिद्ध अभिनेता और एनएसडी के पूर्व छात्र राजपाल यादव को इस वर्ष के लिए रंग दूत ( महोत्सव राजदूत ) के रूप में चुना गया है।इस अवसर पर राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय के निदेशक चित्तरंजन त्रिपाठी ने कहा, "भारत रंग महोत्सव अपनी व्यापक दृष्टि के साथ विश्व मंच पर एक अग्रणी रंगमंच महोत्सव के रूप में उभरा है । इसने न केवल दुनिया भर के नाट्य प्रदर्शनों को एक मंच प्रदान किया है, बल्कि विविध पारंपरिक कलाओं के संमिश्रण को भी प्रोत्साहित किया है । इसके साथ ही, इस महोत्सव ने नाट्य कला और अन्य रचनात्मक क्षेत्रों के लोगों के बीच ज्ञान व विचारों के आदान-प्रदान को सुगम बनाया है ।" 20 दिनों तक चलने वाले बीआरएम 2025 में 09 अलग-अलग देशों की 200 से ज़्यादा अनूठी प्रस्तुतियाँ दिखाई जाएँगी, जिन्हें भारत और विदेशों में 13 स्थानों पर प्रदर्शित किया जाएगा । इस महोत्सव में भाग लेने वाले अंतर्राष्ट्रीय थिएटर समूह - रूस, इटली, जर्मनी, नॉर्वे, चेक गणराज्य, नेपाल, ताइवान, स्पेन और श्रीलंका से शामिल हैं ।
पहली बार, भारत रंग महोत्सव अपनी सीमाओं से परे जा रहा है ! इस बार नेपाल और श्रीलंका में भी इसके उप-अध्याय आयोजित किए जाएँगे । दिल्ली में मुख्य आयोजन के अलावा, भारत में अगरतला, अहमदाबाद, बेंगलुरु, भटिंडा, भोपाल, गोवा, गोरखपुर, जयपुर, खैरागढ़ और रांची जैसे शहरों में भी यह महोत्सव अपनी रंगत बिखेरेगा । त्रिपाठी ने कहा, "एनएसडी की विरासत को जारी रखते हुए, हम इस बार दो अंतरराष्ट्रीय स्थानों पर भारत रंग महोत्सव 2025 का आयोजन कर रहे हैं । आने वाले वर्षों में, हमारा लक्ष्य इस महोत्सव के दायरे को और व्यापक बनाना तथा इसे अन्य महाद्वीपों तक ले जाना है ।"
इसके अलावा, राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय (एनएसडी) ने 'विश्व जन रंग' नामक एक नई पहल की शुरुआत की है । इसके अंतर्गत, दुनिया भर के सात महाद्वीपों में रहने वाले भारतीय और भारत के युवा कलाकार लघु नाटकों का ऑनलाइन प्रदर्शन करेंगे । विश्व जन रंग' और महोत्सव के व्यापक स्वरूप के कारण, इस वर्ष भारत रंग महोत्सव 'सबसे बड़े रंगमंच महोत्सव (नाटकों)' के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में अपना नाम दर्ज करा पाएगा ।
बीआरएम 2025 का उद्घाटन समारोह 28 जनवरी को दिल्ली के कमानी ऑडिटोरियम में आयोजित किया जाएगा, जिसमें एनएसडी रेपर्टरी कंपनी द्वारा रंग संगीत नामक एक संगीत संध्या का आयोजन किया जाएगा । कार्यक्रम के दौरान, एनएसडी रेपर्टरी के कलाकार विभिन्न संगीत निर्देशकों द्वारा इसकी स्थापना के बाद से रचित गीतों की प्रस्तुति देंगे । भारत रंग महोत्सव राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की 65वीं वर्षगांठ और राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय की रिपर्टरी कंपनी की 60वीं वर्षगांठ के साथ हो रहा है । इस उपलक्ष्य में, रिपर्टरी कंपनी 'रंग षष्ठी' थिएटर फेस्टिवल शृंखला का आयोजन कर रही है, जिसमें देश भर के विभिन्न मंचों पर उनके कुछ प्रसिद्ध नाटकों का मंचन किया जाएगा । रेपर्टरी कंपनी बीआरएम 2025 के दौरान कोलंबो, काठमांडू, बेंगलुरु और गोवा जैसे शहरों में भी अपने नाटकों की प्रस्तुति देगी ।
बीआरएम 2025 के साथ-साथ, छात्रों द्वारा संचालित एक समानांतर महोत्सव, 'अद्वितीय 2025' का भी आयोजन किया जाएगा । बीआरएम की तरह ही 'अद्वितीय' का भी लंबा इतिहास रहा है, जो एनएसडी के छात्रों को विभिन्न विषयों के छात्रों से जुड़ने, अन्य विश्वविद्यालयों में अध्ययन करने और प्रदर्शन कलाओं का अभ्यास करने का मौका देता है । इस छात्र-केंद्रित महोत्सव में स्ट्रीट थिएटर, लोक बैंड, ओपन स्टेज, वार्ता आदि का आयोजन किया जाएगा, जिसका पूरा प्रबंधन एनएसडी के प्रथम, द्वितीय और तृतीय वर्ष के छात्रों द्वारा किया जाएगा ।
भारत रंग महोत्सव, जिसकी शुरुआत 1999 में भारतीय रंगमंच कलाकारों को एक मंच प्रदान करने के उद्देश्य से हुई थी, आज एक समृद्ध ज्ञान-साझाकरण मंच के रूप में विकसित हो चुका है । यहाँ आप विभिन्न अनुभवों का आनंद ले सकते हैं । पूरे भारत से आए लोक और पारंपरिक कलाकार विभिन्न स्थानों पर अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे । रंगमंच के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा के लिए निर्देशक-दर्शक संवाद, सेमिनार और मास्टरक्लास का भी आयोजन किया जाएगा । साहित्य प्रेमियों के लिए 'श्रुति' नामक एक विशेष कार्यक्रम में पुस्तक विमोचन और साहित्यिक चर्चा होगी । इसके अलावा, आप ‘रंग हाट’ में खरीदारी का आनंद ले सकते हैं और ‘फूड बाजार’ में स्वादिष्ट व्यंजनों का स्वाद ले सकते हैं । यह सब मिलकर रंगमंच के जादू को और भी खास बना देगा ।
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