सबसे बड़ा साहित्यिक महाकुम्भ " जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल 30 जनवरी से
० आशा पटेल ०
जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, 30 जनवरी से 3 फरवरी तक जयपुर में अपने 18वें संस्करण के साथ करने जा रहा है। फेस्टिवल की टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के.रॉय ने कार्यक्रमों की एक झलक पेश की। फेस्टिवल के 2025 संस्करण का एक प्रमुख आकर्षण है प्रतिष्ठित कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार, यह पुरस्कार कविता के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है, जो इस बार हिंदी के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को उनकी साहित्यिक प्रतिभा और समाज में परिवर्तन लाने वाली शक्ति के रूप में कविता को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाकर, साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया जा रहा है।
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने कहा, "पिछले 18 वर्षों में, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों और कहानियों का एक सच्चा उत्सव बन गया है और इसकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय जयपुर शहर और इसके नागरिकों को जाता है। इस वर्ष, अभिजीत बनर्जी, अमिताभ कांत, एंड्रयू ओ'हागन, अनीता आनंद, अन्ना फंडर, अमोल पालेकर, अनिरुद्ध कनिसेटी, बार्नबी रोजर्सन, बेंजामिन मोजर, कावेरी माधवन सहित पुरस्कार विजेता वक्ताओं की एक शानदार श्रृंखला का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। साथ ही- क्लाउडिया डी राम, डेविड हेयर, डेविड निकोल्स, एस्तेर डुफ्लो,
जयपुर। जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, 30 जनवरी से 3 फरवरी तक जयपुर में अपने 18वें संस्करण के साथ करने जा रहा है। फेस्टिवल की टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के.रॉय ने कार्यक्रमों की एक झलक पेश की। फेस्टिवल के 2025 संस्करण का एक प्रमुख आकर्षण है प्रतिष्ठित कन्हैया लाल सेठिया पुरस्कार, यह पुरस्कार कविता के क्षेत्र में प्रदान किया जाता है, जो इस बार हिंदी के प्रख्यात कवि बद्री नारायण को उनकी साहित्यिक प्रतिभा और समाज में परिवर्तन लाने वाली शक्ति के रूप में कविता को अपनी अभिव्यक्ति का माध्यम बनाकर, साहित्य के क्षेत्र में योगदान के लिए प्रदान किया जा रहा है।
इस वर्ष, फेस्टिवल की थीम उन कथाओं पर आधारित है जो हमारी दुनिया को आकार देती हैं और उन पुस्तकों का जश्न मनाती है जो कल्पना को नई उड़ान देती हैं। मुख्य विषयों में ‘द फ्रैक्चर्ड वर्ल्ड’ शामिल है, जिसमें वर्तमान वैश्विक-राजनीति, युद्ध और संघर्ष पर सत्र होंगे, साथ ही थिएटर, नृत्य, संगीत, कविता, सिनेमा, खेल, भोजन, जलवायु और कई अन्य विषयों पर भी सत्र होंगे। नोबेल-बुकर पुरस्कार विजेताओं से लेकर, नीति-निर्माताओं और प्रसिद्ध लेखकों समेत लगभग 600 हस्तियां इस बार फेस्टिवल में शामिल होंगी। नूपुर संस्थान के सहयोग से साइन लैंग्वेज और इन्टरप्रिटेशन सेशन्स इस बार भी फेस्टिवल का हिस्सा होंगे |
दक्षिण एशिया का प्रकाशन-सम्मेलन जयपुर बुक मार्क , अनुवाद, कहानी कहने के नए तरीकों और प्रकाशन के भविष्य में एआई की भूमिका को चर्चा के केंद्र में रखते हुए अपना 12वां वर्ष मनाएगा। इस अवसर पर डियाजियो के गोडावण को 18वें जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल का सेलिब्रेशन पार्टनर घोषित किया गया है । इतिहासकार और फेस्टिवल के सह-निदेशक विलियम डेलरिम्पल ने कहा, “दुनिया का सबसे बड़ा लिटरेचर फेस्टिवल,जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल, एक शानदार लाइनअप के साथ लौट रहा है, जिसमें पुरस्कार विजेता लेखकों की एक फेहरिस्त है।
लेखिका और फेस्टिवल सह-निदेशक नमिता गोखले ने कहा, “जनवरी में जब दुनिया भर के लोग जयपुर आते हैं और गुलाबी शहर की शानदार विरासत, परंपरा और आधुनिक महानगरीय जीवन का मिश्रण इस फेस्टिवल की मूल प्रेरणा है। हम दुनिया भर की संस्कृतियों और महाद्वीपों से प्राप्त की गई बातें साझा करते हैं। अब चूंकि, दुनिया का सबसे बड़ा साहित्यिक महोत्सव फिर से शुरू हो रहा है तो हम इस ऐतिहासिक शहर और राजस्थान राज्य के उन लेखकों, विचारकों और सपने देखने वालों को उनकी गर्मजोशी और मेहमान नवाजी के लिए धन्यवाद कहते हैं ।"
टीमवर्क आर्ट्स के प्रबंध निदेशक संजॉय के. रॉय ने कहा, "पिछले 18 वर्षों में, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल विचारों और कहानियों का एक सच्चा उत्सव बन गया है और इसकी सफलता का सबसे बड़ा श्रेय जयपुर शहर और इसके नागरिकों को जाता है। इस वर्ष, अभिजीत बनर्जी, अमिताभ कांत, एंड्रयू ओ'हागन, अनीता आनंद, अन्ना फंडर, अमोल पालेकर, अनिरुद्ध कनिसेटी, बार्नबी रोजर्सन, बेंजामिन मोजर, कावेरी माधवन सहित पुरस्कार विजेता वक्ताओं की एक शानदार श्रृंखला का स्वागत करते हुए खुशी हो रही है। साथ ही- क्लाउडिया डी राम, डेविड हेयर, डेविड निकोल्स, एस्तेर डुफ्लो,
फियोना कार्नारवोन, गीतांजलि श्री, गैथ अब्दुल-अहद, गिदोन लेवी, गोपालकृष्ण गांधी, इजोमा ओलुओ, इम्तियाज अली, इरा मुखोटी, इरेनोसेन ओकोजी, जावेद अख्तर, जेनी एर्पेनबेक, जो बॉयड, जॉन वैलेंट, कैलाश सत्यार्थी, कल पेन, कल्लोल भट्टाचार्जी, कैटी हेसल, लामोर्ना ऐश, लिंडसे हिल्सम, मैत्री विक्रमसिंघे, मानव कौल, मनु एस. पिल्लई, मैट प्रेस्टन, मिरियम मार्गोलिस, मोहिंदर अमरनाथ, नाथन थ्रॉल, पंकज मिश्रा, पीटर सरिस, फिलिप मार्सडेन, फिलिप सैंड्स, प्राजक्ता कोली, प्रयाग अकबर, प्रियंका मट्टू, राहुल बोस, रंजीत होसकोटे, रॉबर्ट सर्विस, रोम व्हिटेकर, शाहू पटोले, सोफी रॉबर्ट्स,
स्टीफन ग्रीनब्लाट, स्टीफन आर प्लैट, सुनील अमृत, सुसान जंग, स्वानंद किरकिरे, तरुण खन्ना, टीना ब्राउन, टिम मैकिन्टोश- स्मिथ, वी. वी. गणेशनथन, वेंकी रामकृष्णन, यारोस्लाव ट्रोफिमोव और युवान एवेस इस बार फेस्टिवल का हिस्सा होंगे। यह प्रतिभा, परंपरा और सहयोग का महासंगम है जो इसे एक बेमिसाल फेस्टिवल बनाता है।"टीमवर्क आर्ट्स की अध्यक्ष प्रीता सिंह ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के 18 अविश्वसनीय वर्षों का जश्न मनाते हुए, हम अपने सहयोगी -ब्रांड्स, राजदूतों, फाउंडेशनों और मीडिया के बहुमूल्य समर्थन और सहयोग के लिए हार्दिक आभार व्यक्त करते हैं।
यहां तक कि मीडिया साझेदारी हमारी कहानियों को जम्मू-कश्मीर और नागालैंड जैसी जगहों तक ले गई। हम नंद घर, हॉथोर्नडेन फाउंडेशन, अमेरिकी दूतावास, यूएन वूमेन, आयरलैंड दूतावास, कल्चर आयरलैंड ग्रांट, ईयू, वेदिका, मुकेश बंसल, द होल्बर्ग प्राइज़, नीदरलैंड-दूतावास, ऑस्ट्रियन-दूतावास, ब्लूस्मार्ट, फ्रेटेली, बैनियन स्कूल ट्री, राजस्थान पर्यटन, दिल्ली पर्यटन, हार्पर कॉलिन्स, और एचयूपी एमसीएलआई को हृदय से धन्यवाद कहते हैं। जेबीएम, नॉर्वेजियन दूतावास और तमिल प्रकाशनों के सहयोग से, जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल वास्तव में 'साहित्य का महाकुंभ' बन गया है, जो दुनिया के लिए विचारों और प्रेरणा का प्रतीक है।
"क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटेल्स के मैनेजिंग डायरेक्टर अपूर्व कुमार ने कहा, “जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल सांस्कृतिक और बौद्धिक एकता का प्रतीक है, जिसकी प्रेरणा जयपुर की समृद्ध विरासत है। यह दुनिया को राजस्थान से जोड़कर, संवाद, समावेशिता और प्रगति को प्रोत्साहित करता है, जो क्लार्क्स ग्रुप ऑफ होटल्स के मिशन का भी मुख्य उद्देश्य है।
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