समृद्ध व विकसित गणतंत्र बनने हेतु सभी को साथ लेकर चलना जरूरी : पायलट
० आशा पटेल ०
टोंक। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा कि हमारे देश का सबसे बड़ा ग्रन्थ हमारा संविधान है। आजादी के बाद देश के सामने अनेकों चुनौतियां आयी जिनमें से एक थी, संसाधन के अभाव में जो वर्ग पिछड़ा रहा है, उनके लिए सोच-समझ कर कानून बनाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में आने के लिए अवसर प्रदान किये जाये। हमगरा संविधान हमें सपना देखने के साथ-साथ उसे साकार करने की क्षमता प्रदान करता है।
उन्होंने कहा कि किसान और नौजवान देश की रीढ़ की हड्डी है। किसानों और नौजवानों के अन्याय नहीं होेना चाहिए। उनकी बातों को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपनी हठधर्मिता के चलते किसानों की बातों को नहीं सुन रही है। किसानों की लम्बे समय से मांग है कि सरकार समर्थन मूल्य पर कानून बनाये। समर्थन मूल्य पर कानून के अभाव में किसानों की फसलों को औने-पौने दामों पर खरीद लिया जाता है और बिचौलिये किसानों का शोषण करते है। किसान को फसल की लागत भी नहीं मिल पाती है।
पायलट ने कहा कि प्रदेश में विगत् कांग्रेस सरकार ने जनता को सहूलियत पहुंचाने के उद्देश्य से एक साल पहले नए जिले बनाये थे। उसके एक साल बाद भाजपा सरकार ने उनमें से कुछ जिलों को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए था कि नीति बनाकर मापदण्ड तय करती और उसके तहत जिले समाप्त करती, अपनी मनमर्जी से जिले समाप्त किया जाना उचित नहीं है। प्रदेश में सरकार बने एक साल हो गया है परन्तु महंगाई, रोजगार आदि जिन मुद्दों को लेकर भाजपा सत्ता में आयी थी, उन पर धरातल में कोई काम नहीं हुआ है।
टोंक। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव, पूर्व उप मुख्यमंत्री एवं टोंक विधायक सचिन पायलट ने कहा कि हमारे देश का सबसे बड़ा ग्रन्थ हमारा संविधान है। आजादी के बाद देश के सामने अनेकों चुनौतियां आयी जिनमें से एक थी, संसाधन के अभाव में जो वर्ग पिछड़ा रहा है, उनके लिए सोच-समझ कर कानून बनाकर उन्हें समाज की मुख्य धारा में आने के लिए अवसर प्रदान किये जाये। हमगरा संविधान हमें सपना देखने के साथ-साथ उसे साकार करने की क्षमता प्रदान करता है।
परन्तु आज कुछ लोग, कुछ ताकते ऐसी है जो बाबा साहेब द्वारा बनाये गये संविधान को शक की निगाह से देखती है और उसके साथ छेड़छाड़ करके उसे कमजोर करना चाहती है। मैं ऐसे लोगों से पुरजोर शब्दों में कहना चाहूंगा कि भेदभाव की भावना, ईष्या की भावना, सामाजिक टकराव पैदा करना ये सब सीमित राजनैतिक लक्ष्य प्राप्त करने के साधन हो सकते हैं, लेकिन एक समृद्ध, विकसित, ताकतवर गणतंत्र बनने के लिए हमको सबको साथ लेकर चलना पड़ेगा।
पायलट ने ग्राम खजूरिया, ग्रा.पं. घांस में बाबा साहेब डॉ. भीमराव अम्बेडकर की मूर्ति अनावरण कार्यक्रम के अवसर पर विचार व्यक्त किये। पायलट टोंक विधानसभा क्षेत्र के दौरे पर रहे जहां ग्राम नवाबपुरा (पालडा), मेहन्दवास, हसनपुरा, चेतनपुरा, छापरिया (लाम्बा), खजूरिया (घांस) एवं बमोर गांवों का दौरा कर ग्रामीणों से संवाद किया।
उन्होंने कहा कि किसान और नौजवान देश की रीढ़ की हड्डी है। किसानों और नौजवानों के अन्याय नहीं होेना चाहिए। उनकी बातों को प्राथमिकता देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार अपनी हठधर्मिता के चलते किसानों की बातों को नहीं सुन रही है। किसानों की लम्बे समय से मांग है कि सरकार समर्थन मूल्य पर कानून बनाये। समर्थन मूल्य पर कानून के अभाव में किसानों की फसलों को औने-पौने दामों पर खरीद लिया जाता है और बिचौलिये किसानों का शोषण करते है। किसान को फसल की लागत भी नहीं मिल पाती है।
पायलट ने कहा कि प्रदेश में विगत् कांग्रेस सरकार ने जनता को सहूलियत पहुंचाने के उद्देश्य से एक साल पहले नए जिले बनाये थे। उसके एक साल बाद भाजपा सरकार ने उनमें से कुछ जिलों को समाप्त कर दिया गया। उन्होंने कहा कि सरकार को चाहिए था कि नीति बनाकर मापदण्ड तय करती और उसके तहत जिले समाप्त करती, अपनी मनमर्जी से जिले समाप्त किया जाना उचित नहीं है। प्रदेश में सरकार बने एक साल हो गया है परन्तु महंगाई, रोजगार आदि जिन मुद्दों को लेकर भाजपा सत्ता में आयी थी, उन पर धरातल में कोई काम नहीं हुआ है।
सरकार और मंत्रियों में आपसी सामंजस्य के कमी के कारण सरकारी भर्तियों पर संशय बना हुआ है। नौजवान अपने भविष्य को लेकर चिंतित है। उन्होेंने कहा कि सरकार ने एक साल पहले कहा था कि प्रदेश के नौजवानों को चार लाख नौकरियां देंगे। सरकार बताये कि उसके गठन के एक साल बाद नई सरकार ने कितनी नौकरियां प्रदेश के युवाओं को दी है। टोंक दौरे के दौरान श्री पायलट ने मंगलवार को एक करोड़ रूपये की लागत से निर्मित राउप्रावि नवाबपुरा, ग्रा.पं. पालड़ा के नवीन विद्यालय भवन, 10 लाख रूपये की स्वीकृत राशि से निर्मित राउमावि मेहन्दवास में दो नवीन कक्षा-कक्ष,
10 लाख रूपये की लागत से ग्राम मेहन्दवास में बाग वाले बालाजी के पास निर्मित सामुदायिक भवन, राउमावि खजूरिया में 20 लाख रूपये की स्वीकृत राशि से निर्मित प्रार्थना हॉल मंच तथा तीन नवीन कक्षा-कक्ष, राप्रावि अरनियातिवाड़ी में 20 लाख रूपये की स्वीकृत राशि से निर्मित कक्षा-कक्ष, इंटरलोकिंग, राउमावि हयातपुरा में 15 लाख रूपये की स्वीकृत राशि से निर्मित तीन नवीन कक्षा-कक्ष तथा राउमावि बमोर में 15 लाख रूपयेे की स्वीकृत राशि से निर्मित पुस्तकालय सभागार का लोकार्पण किया।
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