वंतारा में मिलेगा इस्कॉन के हाथियों को आजीवन देखभाल
जामनगर : पशु बचाव और पुनर्वास केंद्र ‘वंतारा’, इस्कॉन मायापुर के दो हाथियों 18 वर्षीय विष्णुप्रिया और 26 वर्षीय लक्ष्मीप्रिया का स्वागत करने के लिए तैयार है। यह कदम पिछले वर्ष अप्रैल में विष्णुप्रिया द्वारा अपने महावत पर घातक हमला करने की घटना के बाद उठाया गया, जिससे उनकी बेहतर देखभाल और अनुकूल माहौल की आवश्यकता उजागर हुई। वंतारा में दोनों हाथियों को जंजीरों से मुक्त प्राकृतिक आवास में रखा जाएगा, जहाँ उन्हें विशेषज्ञ पशु चिकित्सा, मनोवैज्ञानिक देखभाल और सकारात्मक प्रशिक्षण मिलेगा।
इस्कॉन की वरिष्ठ सदस्य ह्रीमती देवी दासी ने कहा, “हमारी मान्यताओं के अनुसार हर जीवात्मा समान है। वंतारा में मुझे वही करुणा और आदर्श दिखे जो हम मानते हैं। विष्णुप्रिया और लक्ष्मीप्रिया यहाँ सुखी और स्वतंत्र जीवन बिताएंगी।”पेटा इंडिया और अन्य संगठनों ने इस स्थानांतरण का समर्थन किया। वंतारा का मुख्य उद्देश्य हाथियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना है। यहाँ उन्हें सामाजिक बंधन और स्वाभाविक जीवन का अनुभव मिलेगा, जो उनके पुनर्वास और समग्र कल्याण में सहायक होगा।
इस्कॉन की वरिष्ठ सदस्य ह्रीमती देवी दासी ने कहा, “हमारी मान्यताओं के अनुसार हर जीवात्मा समान है। वंतारा में मुझे वही करुणा और आदर्श दिखे जो हम मानते हैं। विष्णुप्रिया और लक्ष्मीप्रिया यहाँ सुखी और स्वतंत्र जीवन बिताएंगी।”पेटा इंडिया और अन्य संगठनों ने इस स्थानांतरण का समर्थन किया। वंतारा का मुख्य उद्देश्य हाथियों के शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को सुधारना है। यहाँ उन्हें सामाजिक बंधन और स्वाभाविक जीवन का अनुभव मिलेगा, जो उनके पुनर्वास और समग्र कल्याण में सहायक होगा।
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