दिल्ली के वायु,जल प्रदूषण के लिए केजरीवाल जिम्मेदार - संदीप दीक्षित

० आनंद चौधरी ० 
नई दिल्ली, पूर्व सांसद और वर्तमान में नई दिल्ली विधानसभा से कांग्रेस उम्मीदवार संदीप दीक्षित ने दिल्ली प्रदेश कांग्रेस कमेटी कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि दिल्ली में वायु और जल प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए अरविन्द केजरीवाल सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कोई काम नही किया है। खतरनाक दमघोटू वायु प्रदूषण और यमुना के प्रदूषित जहरीले पानी के कारण दिल्ली के लोगों की 10-11 वर्ष आयु कम हो रही है, जिसके लिए आम आदमी पार्टी की सरकार पूरी तरह जिम्मेदार है।
 संदीप दीक्षित के साथ, मीडिया कॉआर्डिनेटर अभय दूबे, पूर्व मंत्री दिल्ली सरकार डा0 नरेन्द्र नाथ, श्रीमती आस्मा तस्लीम, रश्मि सिंह मिगलानी मौजूद थीं।

 संदीप दीक्षित ने कहा कि राजधानी में अरविन्द केजरीवाल ने प्रदूषण के लिए हमेशा पराली जलाने के लिए जिम्मेदार ठहराया है, जबकि पिछले 8-9 साल पहले से क्यों वायु प्रदूषण हो रहा है जबकि पराली दशकों से जलाई जाती है, पिछले दो दिनों एक्यूआई 350 के खतरनाक आंकड़े को पार कर रहा है, अब कहां पराली जलाई जा रही है। उन्होंने 98-99 से 2013 तक कांग्रेस सरकार ने वायु प्रदूषण को रोकने के लिए जो काम किए उसके अनुपात में केजरीवाल की सरकार ने कुछ नही किया।

 शीला जी की दिल्ली सरकार ने 1 करोड़ से भी अधिक वाहनों को सीएनजी में तबदील करके प्रदूषण 12 वर्षों में 200 प्रतिशत कम कर दिया। पब्लिक ट्रांसपोर्ट में जहां 1998-1999 में डीटीसी में केवल 1800-1900 बसें थीं उनको 2013 तक बढ़ाकर 5500 तक किया जो आज सिर्फ 3000 से भी कम रह गई है। उन्होंने कहा कि 2013 में 43 लाख लोग डीटीसी बसों में सफर करते थे, पिछले 11 वर्षों में 50-60 प्रतिशत आबादी बढ़ने पर जहां 60-65 लाख लोग बसों में सफर करना चाहिए था, लेकिन डीटीसी बसों की कमी और सरकार की नाकामी के कारण सिर्फ 26 लाख लोग सफर कर रहे है। बसें बढ़ाने में केजरीवाल सरकार पूरी तरह नाकाम साबित हुई है।

 संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने अपने कार्यकाल में सिर्फ 64 कि0मी0 मंजूर करने के बाद यह कहना 400 कि0मी0 मेट्रो बढ़ाई है, लोगों को धोखा दे रहे है। उन्होंने कहा कि 2002 में पहले चरण और 2006 में दूसरे चरण में 193 कि0मी0 के रुट को मंजूरी मिली और 2011 में तीसरे चरण के लिए 164 कि0मी0 की मंजूरी मिली थी, जिसका काम 2015-16 में पूरा होना था। लेकिन भाजपा और आम आदमी पार्टी की सरकार ने यह काम 2023 तक भी पूरा नही किया। अरविन्द केजरीवाल ने भ्रष्टाचार के चलते न डीटीसी बसें बढ़ाई, न मेट्रो का रुट बढ़ाया और न ही सड़कें बनाने का काम किया, जिससे प्रदूषण दमघोटू और खतरनाक बन गया है। 

उन्होंने कहा कि 2013 तक हमने 67-68 फ्लाई ओवर बनाकर सुगम यातायात देने के साथ ईंधन और समय बचाने में क्रांतिकारी काम किया था। जिससे 8400 करोड़ रुपये की बचत हुई और 56000 साल के समय की बचत हुई। संदीप दीक्षित ने कहा कि अरविन्द केजरीवाल ने 2014 से आज तक के शासन में फॉरेस्ट कवर बढ़ाने के लिए कोई काम नही किया। 2013 में जहां ग्रीन कवर 300 वर्ग कि0मी0 था आज भी सिर्फ 299 वर्ग कि0मी0 ही है। विज्ञापनां और प्रचार में बेशक केजरीवाल सरकार ग्रीन कवर बढ़ाने के लिए कुछ भी कहे, लेकिन हकीकत में 2013 के मुकाबले आज फॉरेस्ट कवर लगभग उतना ही है, या कुछ कम हुआ है।

 संदीप दीक्षित ने कहा कि दिल्ली में यमुना प्रदूषण लोगों के खराब स्वास्थ्य के लिए बड़ा कारण है। अरविन्द केजरीवाल जो यह कह रहे है कि हमने यमुना के 50 प्रतिशत पानी शोधित किया है। मैं पूछना चाहता हूॅ कि 2013 में कांग्रेस सरकार 920 एमजीडी जल शोधन करती थी और आज 940 एमजीडी पानी शोधित किया जा रहा है, अगर सच में 50 प्रतिशत अधिक जल शोधित किया जा रहा है तो दिल्ली के लोगां को पानी क्यों कम पड़ रहा है। एनडीएमसी क्षेत्र लुटियन जोन में पानी क्यों नही मिल रहा है। 

अरविन्द केजरीवाल ने पिछले 8 वर्षों में एक भी जल शोधन सयंत्र नही बनाया है, वजीराबाद, औखला, बवाना जैसे बड़े जल सयंत्रों की जल शोधन की क्षमता को भी नही बढ़ाया। उन्होंने कहा कि 2023 के बाद सुप्रीम कोर्ट की फटकार के बाद 2-3 वाटर ट्रीटमेंट प्लांट बनाने पर काम चला है। संदीप दीक्षित ने कहा कि 2014 के बाद यमुना का जल दूषित हुआ है, जिसके लिए भाजपा और आम आदमी पार्टी जिम्मेदार है क्योंकि यमुना में मानव और जानवर को वेस्ट और केमिकल यमुना में अत्यधिक डाला जा़ रहा है, सरकार को बड़े-बड़े सभी 6 नालों का गंदा पानी शोधित करके यमुना में छोड़ना चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली में वायु प्रदूषण और जल प्रदूषण के लिए मौजूदा सरकारें जिम्मेदार है।

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