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अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस स्वयं व समाज के लिए योग-हर घर योग

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०  किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया ०  गोंदिया- वैश्विक स्तरपर पूरी दुनियां को अब विश्वास हो गया है कि भारत जो रणनीति बनाकर पूरी दुनियां में क्रियान्वयन करता है तो उसकी सफलता केदूरगामी परिणामों से सफलता के झंडे गढ़ जाते हैं,जिसकी उम्मीद कोई विकसितदेश भी नहीं कर सकता जिसका सटीक उदाहरण अंतरिक्ष के दक्षिणी ध्रुव में यान,भारत का मोटा अनाज यानें अन्नश्री व योग के अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सकारात्मक परिणाम दिखे हैं।हम अगरपिछले 4 महीनों से देखें तो, अंतरराष्ट्रीय योग दिवस 21 जून की युद्ध स्तरपर तैयारीयां चल रही थी बैक टू हंड्रेड डेस, बैकटू 50 डेस की रणनीति से पूरे देश में गतिविधियां हो रही थी।   आम से खास व्यक्तियों में योग दिवस का कितना उत्साह देखा जा सकता है।वैसे योग दिवस पर सोने पर सुहागा यह भी है कि उस दिन अंतरराष्ट्रीय संगीत दिवस भी मनाया जाता है, यानें योग और संगीत का अनोखा योगदान मानवीय स्वास्थ्य को सकारात्मक लाभ पहुंचता है,क्योंकि आज हम देख रहे हैं कि संगीत पर योग का प्रचलन काफी बढ़ गया है, अलग-अलग म्यूजिक बजाकर योग किया जाता है, यानेंआधुनिक डिजिटल युग का प्राचीन योग प्रणाली को आधुनिक संगीत

बास्केट बाय ग्रिप इन्वेस्ट, बॉन्ड और एसडीआई में पहली बार निवेश करने वालों के लिए थीम बेस्ड निवेश की सुविधा

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० नूरुद्दीन अंसारी ०  नई दिल्ली : अच्छा रिटर्न देने वाला इन्वेस्टमेन्ट प्लेटफॉर्म ग्रिप इन्वेस्ट, बॉंन्ड एवं एसडीआई मार्केट में उद्योग जगत में पहली बार अनूठा फीचर लेकर आया है। इसके साथ निर्धारित आय वाले निवेशक, निवेश की थीम में एडीआई और बॉंन्ड के वर्गीकरण द्वारा निवेश का आसान अनुभव पा सकते हैं। यह नई पेशकश बास्केट बाय ग्रिप इन्वेस्ट, थीम बेस्ड बास्केट में विशेष बॉन्ड और एसडीआई पेश करती है। एक क्लिक के साथ भुगतान के लिए डिज़ाइन किया गया बास्केट बाय ग्रिप इन्वेस्ट, रीटेल निवेशकों को उंचे रिटर्न के फायदे देता है। रीटेल निवेशकों के लिए सैंकड़ों विकल्पों में निवेश के लिए सही बॉन्ड चुनना मुश्किल हो सकता है। निवेशकों की इसी ज़रूरत को ध्यान में रखते हुए प्लेटफॉर्म फाइनैंशियल टूल- बास्केट बाय ग्रिप इन्वेस्ट लेकर आया है जो निवेश के अनुभव को तनावरहित बना देता है। यह अनुभवी निवेशकों को न्यूनतम प्रयास के साथ अधिकतम विविधीकरण का विकल्प देता है। सेबी-पंजीकृत अनुसंधान विश्लेषकों द्वारा सत्यापित, बास्केट का पहला सेट ग्रिप इन्वेस्ट पर लॉन्च किया गया जिसमें हाई रिटर्न बास्केट, हाई रेटेड बास्केट, गोल्ड शील्ड

डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मोहल्ला Child Library में मनाया गया National Reading Day

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० संवाददाता द्वारा ०  औरंगाबाद .भारत में 19 जून को पीएन पैनिकर की याद मे नेशनल रीडिंग डे के तौर पर मनाया जाता है. पी एन पैनिकर जिन्हें भारत में पुस्तकालय आंदोलन के जनक के रूप में याद किया जाता है. रीड एंड लीड फाउंडेशन औरंगाबाद के अध्यक्ष मिर्जा अब्दुल कय्युम नदवी ने कहा कि पैनिकर ने अपने जीवन में केरल राज्य के सैकड़ों गांव मे लाईब्रेरीयां शुरू की थी इसलिए उन्हें भारत में पुस्तकालय आंदोलन का जनक कहा जाता है. इन के इस कार्य को औरंगाबाद इकरा उर्दू गर्ल्स हाई स्कूल की नौवीं कक्षा की छात्रा मरयम मिर्जा आगे बढ़ा रही है उसने अपने शहर औरंगाबाद में एक वर्ष में 25 मोहल्लों मे बच्चों के लिए मोहल्ला बालवाचनालय शुरू किए है .. मरियम मिर्जा पी एन पैनिकर को अपना आदर्श मानती है और वह चाहती है कि शहर के हर वार्ड में बालवाचनालय हो.. औरंगाबाद शहर में 35 बालवाचनालय चल रहे हैं.. जहां 5 से 6 हजार बच्चे किताबों का लाभ उठा रहे हैं... बायजीपुरा स्थिति अल-हुदा उर्दू हायस्कूल बायजीपुरा गल्ली नंबर 20 के छात्रों ने मरियम की पहली लाइब्रेरी डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मे आ कर किताबों का पठन किया फाऊँडेशन की और से इन्हें मरा

Aurangabad डॉ एपीजे अब्दुल कलाम मोहल्ला Child Library में मनाया गया Nati...

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छत्तीसगढ़ के दन्तेवाड़ा क्षेत्र के दिव्यागों के पुनर्वास हेतु जयपुर फुट ने लगाया शिविर

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० आशा पटेल ०  जयपुर | छत्तीसगढ के दन्तेवाड़ा क्षेत्र के दिव्यागों के पुनर्वास के लिए जयपुर फुट की निर्माता संस्था भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति ने प्रयास किए है। छत्तीसगढ के दन्तेवाड़ा में आयोजित तीन दिवसीय जयपुर फुट कृत्रिम अंग पुर्नवास शिविर में कुल 147 दिव्यागों को लाभान्वित किया गया। भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के संस्थापक और मुख्य संरक्षक डी.आर. मेहता, अध्यक्ष सतीश मेहता और मुख्य कार्यकारी अधिकारी एस.एस.बिस्सा की उपस्थिति में आयोजित इस शिविर के प्रति विकलागों में बडा उत्साह देखा गया। दन्तेवाड़ा के शिविर का आयोजन बी.एम.वी.एस.एस ने जिला प्रशासन के सहयोग से किया जिसका लाभ जिले के दूर दराज के क्षेत्रो से आए लोगों ने लिया। दन्तेवाड़ा जिले के एक दिव्यांग डूगांराम नक्सली हमले में हुए विस्फोट में अपने पैर खो चुके थे पेशे से किसान डुगांराम वर्षों से पैर खोने के बाद तकलीफ झेल रहे थे, लेकिन दंतेवाड़ा के शिविर में उन्हें जयपुर फुट लगाकर चलने फिरने योग्य बना दिया। दिव्यांग कुमारी कोसी जो चलने फिरने में असमर्थ है को शिविर में ट्राई साईकिल दी गई जिससे वह ट्राई साईकिल से आ जा सकेगीं। इस

मारिशस से लौटी महिला रचनाकारों का सम्मान

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० आशा पटेल ०  जयपुर - अजयमेरु प्रेस क्लब की मासिक साहित्यिक गोष्ठी साहित्यधारा में शहर के साहित्यकारों की सहभागिता एवं ग्यारह महिला रचनाकारों के सम्मान के साथ संपन्न हुई। गोष्ठी में जहां शहर के अनेक प्रबुद्ध साहित्यकारों ने अपनी एक से बढ़कर एक रचनाएं प्रस्तुत की । वहीं विश्व हिंदी सचिवालय मॉरीशस के आमंत्रण पर अपनी प्रस्तुति देकर आईं अजमेर लेखिका मंच एवम साहित्य धारा से जुड़ी ग्यारह महिला रचनाकारों का सम्मान किया गया।  कार्यक्रम की मुख्य अतिथि पूर्व जिला प्रमुख सरिता गैना एवं कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार बीना शर्मा ने महिला रचनाकारों को माला पहनाकर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम में अजयमेरु प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्र गुंजल ने सभी का स्वागत करते हुए साहित्य धारा की पृष्ठ भूमि एवं उद्देश्य पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम में क्लब के महासचिव सत्यनारायण जाला , चंद्र प्रकाश कटारिया , सुशील कुमार बंसल आदि भी उपस्थित रहे।  सम्मानित होने वाली रचनाकारों डॉ. मधु खंडेलवाल, डॉ.नंदिता रवि चौहान, डाॅ. अंजू अग्रवाल ,सुनीता जैन, पायल गुप्ता, शालिनी अग्रवाल, डाॅ. सुनीता पचौरी,

कार्ल लैण्डस्टिनर रक्तदान अवार्ड 2024 से सीए रोहित शर्मा जयपुर को नवाजा

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० आशा पटेल ०  जयपुर - रक्तकोष फाउंडेशन का राज्य स्तरीय रक्तदान अधिवेशन और सम्मान समारोह जयपुर में ज़िला कलक्टर जयपुर प्रकाश राजपुरोहित, विशिष्ट अतिथि रक्तकोष फाउंडेशन के संस्थापक डॉ जितेंद्र कुमार सोनी के आतिथ्य में आयोजित हुआ जिसमें राज्यभर से बड़ी संख्या में रक्तदाताओं ने सहभागिता दर्ज की। मुख्य अतिथि ज़िला कलक्टर जयपुर प्रकाश राजपुरोहित ने व्यक्तिगत श्रेणी में रक्तकोष फाउंडेशन द्वारा दिया जाने वाला प्रतिष्ठित कार्ल लैण्डस्टिनर रक्तदान अवार्ड 2024 से सीए रोहित शर्मा जयपुर को नवाजा गया। ज़िला कलक्टर जयपुर प्रकाश राजपुरोहित ने कहा कि रक्तकोष फाउंडेशन से राजस्थान के 25 ज़िलों और राजस्थान के बाहर दिल्ली, मुंबई, अहमदाबाद, बैंगलुरु, हैदराबाद आदि महानगरों के रक्तवीर जुड़े हुए है इसके सामूहिक प्रयासों से केवल 6 वर्षों में ही 1200 से अधिक रक्तदान शिविर आयोजित करवाकर 1 लाख 13 हज़ार यूनिट से अधिक रक्तदान करवाया जाना प्रेरणादायी कदम है। संस्थापक डॉ जितेंद्र कुमार सोनी ने कहा कि रक्तकोष फाउंडेशन के द्वारा सतत रूप से रक्तदान शिविर आयोजित करवाकर नजदीकी ब्लड बैंक में पर्याप्त रक्त मुहैया करवाया जाता