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मोदी सरकार से व्यापारियों का हो रहा मोहभंग

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5-6 मार्च   को   पटना   में   देश   के   प्रमुख   व्यापारी   नेताओं   का हो रहा है सम्मेलन वर्तमान आर्थिक मंदी तथा सरकारी स्तर पर व्यापारियों की बेरूखी को देखते हुए अब देश के व्यापारियों का मोदी सरकार के प्रति मोहभंग होना शुरू हो गया है ! भाजपा सरकार के सत्ता में आने के बाद व्यापारियों को जबरदस्त उम्मीद थी की व्यापारियों के प्रति सरकार का नजरिया बदलेगा और देश में व्यापारियों को सरल और बेहतर व्यापार करने के अवसर मिलेंगे किन्तु ऐसा कतई न होने से व्यापारी बेहद नाराज़ और छुब्ध हैं !  कैट के राष्ट्रीय अध्यक्ष बी.सी.भरतिया एवं राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने इस विषय पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा अनेक मौकों पर व्यापारियों को मजबूत करने की मंशा व्यक्त करने के बाद भी व्यापारी स्वयं को सरकार में बेहद उपेक्षित महसूस करते हैं ! उल्लेखनीय है की कैट ने प्रधानमंत्री मोदी के डिजिटल पेमेंट को अपनाने पर देश भर में सबसे ज्यादा काम किया, जीएसटी को देश भर में लागू करवाने में व्यापारियों ने सरकार का साथ दिया,नोटबंदी के कारण हुई अनेक परेशानियों के बावजूद सरकार

Delhi सरकारी स्कूल का उल्लेखनीय कदम

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केद्रीय हिंदी निदेशालय हीरक जयंती समारोह:हिंदी भाषा के प्रसार,प्रचार एवं उत्थान में योगदान देने का संकल्प लिया

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नयी दिल्ली -  केद्रीय हिंदी निदेशालय हीरक जयंती समारोह के सुअवसर पर विज्ञान भवन हॉल में अहिंदी भाषी शिक्षण योजना से जुड़े हिन्दुस्तानी भाषा अकादमी  के शिक्षक सदस्यों को निदेशालय के आमंत्रण पर अकादमी की ओर से अध्यक्ष सुधाकर,विजय शर्मा,राजकुमार श्रेष्ठ,पुलकित,डॉ.नीरू मोहन 'वागीश्वरी'(देव समाज मॉडर्न स्कूल नेहरू नगर) वनीता (हैप्पी मॉडर्न स्कूल दरिया गंज), शकुंतला ( सेवा निवृत लीलावती स्कूल),सरिता, विदुषी (इंदिरा गांधी ओपन यूनिवर्सिटी ), नीरा भार्गव ( एमिटी इंटरनेशनल स्कूल नोएडा ),सुषमा भण्डारी ,नोरीन (सेवानिवृत एहल्काॅन पब्लिक स्कूल ), डॉ तारा गुप्ता, सीमा आदि उपस्थित रहे । समारोह का प्रथम सत्र ज्ञान वर्धक रहा जिसमें भारत के अनेक राज्यो से पधारें विद्वतजनों के विचारों को सुनने का सुअवसर प्राप्त हुआ । अध्यक्षता प्रो. रजनीश कुमार शुक्ल ( कुलपति महात्मा गांधी विश्वविद्यालय वर्धा )  स्वागत भाषण प्रो. अवनीश ( निदेशक हिंदी निदेशालय ), विशिष्ट अतिथि वक्तव्य प्रो. करुणा शंकर उपाध्याय ( मुंबई विश्वविद्यालय ), प्रो. आर एस सर्राजू ( हैदराबाद विश्वविद्यालय ), प्रो. एस तंकमणी अम्मा ( केरल विश

लायंस क्लब द्वारा पर्यावरण संरक्षण एवं स्वस्थ जीवन के लिए निकाली साइकिल रैली

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छपरा – पर्यावरण संरक्षण एवं स्वस्थ जीवन के लिए लायंस क्लब छपरा के द्वारा शहर में शिशु पार्क से एक जागरूकता रैली निकाली गई. जागरूकता रैली को सारण एडीएम अरुण कुमार ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि साइकिलिंग से शरीर स्वस्थ रहता है और पर्यावरण का संरक्षण भी होता है. इसलिए सप्ताह में 1 दिन कहीं आने जाने के लिए साइकिल का प्रयोग जरूर करना चाहिए. इस अवसर पर लायंस क्लब के कुल जिलापाल डॉक्टर एस के पांडेय ने कहा कि क्लब के द्वारा स्वस्थ जीवन एवं पर्यावरण संरक्षण को लेकर संडे साइकिल अभियान चलाया गया है. इस अभियान के तहत प्रत्येक रविवार को क्लब के द्वारा शहर के विभिन्न क्षेत्रों में साइकिल रैली निकालकर लोगों को इसके प्रति जागरूक किया जाएगा. उन्होंने बताया कि साइकिलिंग एक पूर्ण व्यायाम है. साइकिल चलाने से जहां शरीर स्वस्थ रहता है, वही इंधन की बचत के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी होता है.इसलिए जहां तक संभव हो वहां तक साइकिल का अधिकाधिक प्रयोग करना चाहिए, ताकि अपने स्वास्थ्य की रक्षा के साथ पर्यावरण का संरक्षण भी किया जा सके. साइकिल रैली शिशु पार्क से निकलकर डाक बंगला रोड, थाना

राजनीति के दांव-पेंच खेलने से जनता का हित नहीं होता

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राजयोग के लिए भाग्य और कर्म दोनों की आवश्यकता होती है। शासन सत्ता में आने के लिए साम दाम और दंण्ढ भेद की जहां आवश्यकता मानी गई है। वहीं एक कुशल राजनीतिज्ञ अपनी रण नीति से साम्राज्य को भी प्राप्त कर लेता है।गुलाम वंश का प्रथम राजा इसका उदाहरण है। वह गुलाम जब सेना नायक बना उसने अपने ही राजा को मार कर राज सिंहासन प्राप्त कर दिया। दिल्ली के सिंहासन पर कांग्रेस और भाजपा के शासन को भी केजरीवाल ने इसी प्रकार से हासिल किया , तीसरी विजय का डंका बजाने में उनकी सफलता की कहानी चाहे जो भी लोग गलत या सही गिन रहे हों लेकिन उनका बहुमत से जीतकर आना भाजपा और कांग्रेस की करारी हार ही मानी जा सकती है। जितने दंश केजरीवाल को दिये गये, इतनी पीड़ा तो सतर साल राज करने वाली कांग्रेस को भी नहीं पहुंचाई गई। अलबत्ता कांग्रेस ने थोड़े बहुत शब्दों में कह भी दिया हो, किंतु भाजपा और उसके अन्य शहरों के अनर्गल सहयोगियों ने क्या क्या नहीं कहा अधिकांश बाहरी लोगों द्वारा दिल्ली के लोगों का उपहास किया जाना, दिल्ली के लोगों को बिकाऊ की संज्ञा देना, और हीन भावना से प्रताड़ित करना ठीक नहीं था। ऐसे लोग जिनका दिल्ली से लेना देना

एचसीएल फाउंडेशन ने एचसीएल ग्रांट के विजेताओं की घोषणा की

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नोएडा - एचसीएल टेक्नोलॉजीज की कॉर्पोरेट सामाजिक उत्तरदायित्व (सीएसआर) शाखा एचसीएल फाउंडेशन (एचसीएलएफ) ने क्रिकेट के महान खिलाड़ी, भारतीय क्रिकेट टीम के भूतपूर्व कप्तान और पद्म भूषण कपिल देव की उपस्थिति में एचसीएल ग्रांट के पाँचवे संस्करण के प्राप्तिकर्ताओं की घोषणा की। इस कार्यक्रम मे समाजिक कार्य से सम्बन्धित शिक्षा, स्वास्थ्य, रक्षा और पर्यावरण श्रेणियों के तीन विजेता एनजीओ को कपिल देव ने पुरस्कृत किया। प्रत्येक विजेता को 5 करोड़ रू. (2.1 मिलियन अमेरिकी डॉलर) का अनुदान मिला।  इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप मे भारत के जाने माने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेटर कपिल देव के साथ एचसीएल के संस्थापक एवं चेयरमैन शिव नाडर, एचसीएल टेक्नोलॉजीज की वाइस चेयरपर्सन और उसकी सीएसआर कमिटी की चेयरपर्सन सुश्री रोशनी नाडर मल्होत्रा और एचसीएल के मुख्य वित्तीय अधिकारी प्रतीक अग्रवाल के अलावा वरिष्ठ महानुभाव, अधिकारी, एनजीओ-भागीदार और एचसीएल का नेतृत्व दल उपस्थित हुए।  एचसीएल ग्रांट भारत की सबसे बड़ी और सबसे प्रतिष्ठित संस्थागत सीएसआर ग्रांट्स में से एक है, जिसका लक्ष्य फिफ्थ एस्टेट- गैर-सरकारी संगठनों (एनजीओ) के उद्भ

अरविन्द केजरीवाल प्योर पॉलिटिशियन है उन्हें बीजेपी और कांग्रेस से कहीं बेहतर तरीके से सत्ता हासिल करने की कला आती है

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लेखक - आरिफ़ जमाल  खुद को कुछ बड़े राजनैतिक ज्ञानी समझने वाले लोग सोशल मीडिया पर अरविन्द केजरीवाल वाली दिल्ली सरकार को लेकर बड़ी बड़ी हांक रहे हैं कि केजरीवाल यह है वह है । 8 फ़रवरी 2020 दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले तक अरविन्द केजरीवाल और उनकी आम आदमी पार्टी की माला जपने वालों को अब केजरीवाल में 72 ऐब क्यों नज़र आ रहे हैं । मेरी राय में ऐसे लोगों के पास न राजनैतिक समझ है और न ही सामाजिक सूझ बूझ ।। बस ऐसे लोगों को रायता फैलाना खूब आता है । ऐसे लोगों के लिए मेरा कहना है कि तुम लोग भेड़ हो और भेड़ ही रहोगे ।। अरविन्द केजरीवाल प्योर पॉलिटिशियन है उन्हें बीजेपी और कांग्रेस से कहीं बेहतर तरीके से सत्ता हासिल करने की कला आती है ।। अगर ऐसा नहीं है तो दिल्ली जैसे महानगर और भारत की राजधानी दिल्ली में जिस आसानी से उसने 2,2 बार पूर्ण बहुमत की सरकार कैसे बना ली ।। साल 2015 में दिल्ली विधानसभा सभा की 70 सीटों में से 67 हासिल कर ली, जबकि आम आदमी पार्टी या अरविंद केजरीवाल का कोई दिल्ली के निर्माण या विकास में कोई योगदान नहीं था । अब 2020 के विधानसभा चुनाव की बात कर लेते है । दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने बीते