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समर्पण संस्था का 13 वाँ विशाल रक्तदान शिविर व “अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ संगोष्ठी 5 मार्च को
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० आशा पटेल ० जयपुर। समर्पण संस्था की ओर से रविवार ,5 मार्च को 13 वाँ विशाल रक्तदान शिविर व “अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ विषयक संगोष्ठी प्रताप नगर सांगानेर , सेक्टर -11 स्थित सामुदायिक केन्द्र में आयोजित किये जायेंगे ।रक्तदान शिविर के लिए कुल 49 रक्तदाता प्रेरक नियुक्त किये गये हैं । सभी प्रेरको को रक्तदान के लिए लोगों को प्रेरित करने की सेवा दी गई है ।शिविर में सभी रक्तदाताओं को हेलमेट व प्रशंसा पत्र भेंट किये जायेंगे ।शिविर में रक्त एकत्रित करने के लिए सवाई मानसिंह चिकित्सालय ब्लड बैंक, राजकीय जयपुरिया हॉस्पिटल ब्लड बैंक, तथा स्वास्थ्य कल्याण ब्लड बैंक की टीमों को आमन्त्रित किया गया है । शिविर के समानान्तर एक संगोष्ठी का आयोजन भी किया जायेगा जिसमें “ अच्छा स्वास्थ्य व भलाई “ विषय पर वक्ता व अतिथि अपने विचार व्यक्त करेंगे ।कार्यक्रम में मुख्य अतिथि राजस्थान हाईकोर्ट के पूर्व न्यायाधीश न्यायमूर्ति बनवारी लाल शर्मा होंगे व अध्यक्षता पूर्व ज़िला न्यायाधीश सुश्री उर्मिला वर्मा करेंगी । शिविर मे नेत्रदान व देहदान का भी काउन्टर लगाया जायेगा । इसके साथ ही वेलनेस के और भी काउन्टर होंगे जह
त्रिलोकनाथ पांडेय की पुस्तक 'महाब्राह्मण', राहुल हेमराज की 'आप जैसा कोई नहीं', सुजाता की 'पंडिता रमाबाई' और राजगोपाल सिंह वर्मा की 'किंगमेकर्स' का लोकार्पण
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० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली. विश्व पुस्तक मेला में 'जलसाघर' में नई पुस्तकों का लोकार्पण हुआ। जलसाघर में पीयूष मिश्रा के आत्मकथात्मक उपन्यास 'तुम् पर सायमा ने उनसे बातचीत की। वहीं त्रिलोकनाथ पांडेय की नई पुस्तक 'महाब्राह्मण', राहुल हेमराज की 'आप जैसा कोई नहीं', सुजाता की 'पंडिता रमाबाई' और राजगोपाल सिंह वर्मा की 'किंगमेकर्स' का लोकार्पण हुआ। कार्यक्रम की शुरुआत अनघ शर्मा की किताब 'आवाज़ें काँपती रहीं' पर परिचर्चा के साथ हुई। इस सत्र में धर्मेंद्र सुशांत ने उनसे किताब और लेखन पर बातचीत की। इस दौरान अनघ शर्मा ने कहा कि 'एक लेखक के लिए क्या लिखना है यह जानने से ज्यादा जरूरी यह समझना होता है कि क्या नहीं लिखना है।' इसके बाद बद्रीनारायण द्वारा संपादित 'विचार का आईना' शृंखला की 11 पुस्तकों का लोकार्पण हुआ। 'विचार का आईना' शृंखला में 11 ऐसे साहित्यकारों, चिंतकों और राजनेताओं के 'कला साहित्य संस्कृति' केंद्रित चिंतन को प्रस्तुत किया गया है़ जिन्होंने भारतीय जनमानस को गहराई से प्रभावित किया। इसमें महात्मा गांधी,
क्विक हील की सीएसआर ने शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों को सम्मानित किया
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० योगेश भट्ट ० • पुरस्कार समारोह में कंपनी के ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा’ प्रोग्राम के लिये संस्थानों, शिक्षकों और विद्यार्थियों द्वारा स्वैच्छिक आधार पर किये गये बेहतरीन काम को सराहा गया • यह पुरस्कार फरवरी और मार्च, 2023 में पुणे, मुंबई, नागपुर, सोलापुर और औरंगाबाद में दिये जाएंगे • इस पहल के अंतर्गत 29 लाख से ज्यादा लोगों तक पँहुचे है, इन प्रयासों से पुणे क्षेत्र के 1.3 लाख से ज्यादा लोग सतर्क हुए हैं पुणे, वैश्विक साइबर सुरक्षा समाधान प्रदाता क्विक हील ने अपनी सीएसआर इकाई के माध्यम से ‘साइबर शिक्षा फॉर साइबर सुरक्षा अवार्ड्स’ के पहले संस्करण का आयोजन किया। इस पुरस्कार समारोह में उन शिक्षण संस्था, शिक्षकों और विद्यार्थियों के उल्लेखनीय योगदान पर आभार प्रकट किया गया, जिन्होंने स्वेच्छा से उपेक्षित लोगों के बीच साइबर सुरक्षा पर जागरूकता फैलाई । पुणे संस्करण के पुरस्कार क्विक हील फाउंडेशन की चेयरपर्सन सुश्री अनुपमा काटकर और भाग लेने वाले 6 संस्थानों के शिक्षकों की उपस्थिति में दिये गये। पुरस्कार समारोह का आयोजन पुणे के चिंचवाड़ क्षेत्र में केईएस प्रतिभा कॉलेज ऑफ कॉमर्स एण्ड कंप्य
कला साधको ने दी ब्रह्मलीन गुरु पं. जितेंद्र महाराज को श्रद्धांजलि
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० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली : बनारस घराने के विख्यात गुरु पं. जितेंद्र महाराज को श्रद्धांजलि देने हेतु कड़कड़डूमा स्थिति संगीतिका इंस्टीट्यूट ऑफ परफॉर्मिंग आर्ट्स एक स्मृति सभा का आयोजन किया था जिसमें देश भर से संत समाज सहित कला जगत के साधको शीला झुनझुनवाला, रविंद्र मिश्रा, अकरम खान, सुमन देवगन, कुमुद दीवान, रानी खानम विनायक शर्मा सहित संस्थान के शिष्यों सहित नगर के कई गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति रही। गुरु पं. जितेंद्र महाराज की अंतेष्टि से लेकर गरुड़ पुराण तथा तेहरवीं पर हवन, प्रसाद का वितरण पध्मश्री से सम्मानित प्रशिद्ध नृत्यांगना नलिनी और कमलिनी द्वारा सनातन परंपरा के अनुरूप निर्वाह किया गया। बनारस घराने के विख्यात गुरु पं. जितेंद्र महाराज का 18 फरवरी, 2023 को स्वर्गवास हो गया। उन्होंने कथक नृत्य को अप्रतिम ऊँचाइयाँ दीं। ‘संगीत नाटक अकादेमी सम्मान’, ‘कालिदास सम्मान’ व अनेक प्रतिष्ठित सम्मानों से अलंकृत पं. जितेंद्र महाराज ने कथक नृत्य में अभिनव प्रयोग किए और विगत सात दशकों में विश्वभर में अपनी प्रतिभा से अपार यश-कीर्ति अर्जित की। रुद्र अवतार, राम की शक्तिपूजा, अग्निशिखा, शिवशक्ति, अर्
कोलकाता में दिया प्रवासी राजस्थानियों को राज.इंटरनेशनल एक्सपो का निमंत्रण
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० आशा पटेल ० जयपुर। जोधपुर में 20-22 मार्च को आयोजित होने वाले राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो 2023 की तैयारियों के मद्देनजर प्रवासी राजस्थानियों और अंतर्राष्ट्रीय खरीदारों की भागीदारी बढ़ाने के उद्देश्य से राजस्थान फाउंडेशन द्वारा बुधवार को कोलकाता में एक रोड़ शो का आयोजन किया गया। होटल ताज बंगाल में आयोजित इस रोड़ शो का उद्देश्य कोलकाता में रहने वाले देश विदेश के प्रवासी राजस्थानियों के साथ संवाद करना था। रोड़ शो में राजीव अरोड़ा, चेयरमैन, राजस्थान एक्सपोर्ट प्रमोशन काउंसिल एवं राजसिको के साथ-साथ धीरज श्रीवास्तव, आयुक्त, राजस्थान फाउंडेशन और महेंद्र पारख, आयुक्त, उद्योग एवं वाणिज्य, राजस्थान सरकार ने सम्बोधित किया। इस अवसर पर प्रवासी राजस्थानियों को राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो में भाग लेने के लिए आह्वान करते हुए राजीव अरोड़ा, चेयरमैन ने कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की दूरदृष्टि के अनुसार राजस्थान इंटरनेशनल एक्सपो का आयोजन किया जा रहा है। यह एक्सपो प्रदेश में निर्यात के क्षेत्र में मील का पत्थर साबित होगा। जोधपुर को भारत की हैण्डीक्राफ्ट केपिटल कहा जाता है। देश भर से वुडन, आयरन से संबंधित ह
पूर्व से लेकर पश्चिम तक, उत्तर से लेकर दक्षिण तक, राजस्थानी प्रवासियों को एक धागे में पिरोने के लिए कार्य कर रहा है
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० आशा पटेल ० जयपुर। 30 देशों और देश के हर हिस्से में बसे राजस्थानियों को जोड़ा जा चुका है। अमेरिका, जापान, रूस , ऑस्ट्रेलिआ , फ़्रांस , कनाडा ,जर्मनी , पोलैंड, इंग्लैंड , सयुंक्त अरब अमीरात , म्यांमार ,स्विट्ज़रलैंड और अफ्रीका इतियादी देशों में बसे राजस्थानी भाई बहनो से जुड़ कर वसुदैव कुटुम्ब की अवधारणा को साकार किया है। धीरज श्रीवास्तव, कमिश्नर, राजस्थान फाउंडेशन , राउरकेला (ओड़ीशा) के राजस्थान परिषद की गोल्डन जुबली ईयर, के क्लोजिंग सेरेमनी में शिरकत की। इस golden Jubilee के उपलक्ष में , परिषद् ने रोउरकेला में मिनी राजस्थानी मेले का भव्य आयोजन किया। राजस्थान फाउण्डेशन, राजस्थान पर्यटन और राजस्थान परिषद के सांझा उपक्रम में आयोजित कार्यक्रम में राजस्थानी पहनावा, राजस्थानी बोली और राजस्थानी संगीत ने कुछ ऐसा माहौल बनाया कि जैसे उत्कल की धरती पर राजस्थानी संस्कृति का रंग ही पूरी तरह से उतर आया हो। हर कोई इस राजस्थानी गीतों और नृत्य के मनमोहक दृश्य को देखकर मंत्रमुग्ध था। राजस्थान परिषद के प्रेजिडेंट शैलेन्द्र मरोड़िए ने बताया की राउरकेला में सबसे बड़ी मारवाड़ी जनसंख्या है और ओडिशा राज्य में रा