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Aurangabad : Read & Lead Foundation का घर घर तिरंगा,हर घर किताब अभियान

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रीड एंड लीड फाऊंडेशन का घर घर तिरंगा,हर घर किताब अभियान

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० संवाददाता द्वारा ०  औरंगाबाद - तिरंगा फहराने के लिए जिन महान स्वतंत्रता सेनानियों ने हमें अवसर प्रदान किया इन के बारे में भी जानना जरूरी है. रीड एंड लीड फाउंडेशन के अध्यक्ष मिर्जा अब्दुल कय्युम नदवी ने छात्रों को मार्गदर्शन करते हुए कहा कि मरियम मिर्जा मोहल्ला बाल पुस्तकालय मे 08 अगस्त भारत छोड़ो दिवस, 09 अगस्त क्रांति दिवस के साथ साथ बायजीपुरा इलाके में लाइब्रेरी के सदस्यों और अल हुदा उर्दू हाई स्कूल की छात्राओं द्वारा मोहल्ले में रैली निकाली गई, स्वतंत्रता सेनानियों के जीवन पर आधारित पुस्तकों का अध्ययन और 550 किताबों के साथ स्वतंत्रता सेनानियों पर सय्यद नासिर (आंध्रप्रदेश) द्वारा प्रस्तुत स्टिकर वितरण किये गये. जिस में "तालीमी इंकलाब साप्ताहिक का स्वतंत्रता दिवस पर प्रकाशित विशेष अंक,दिल्ली से प्रकाशित बच्चों के मासिक" बच्चों की दुनिया," " उमंग," उर्दू दुनिया" शामिल हैं. यह उपक्रम 08 अगस्त से 15 तक अगस्त तक मरियम मिर्जा मोहल्ला बाल पुस्तकालय के अंतर्गत चलने वाले सभी पुस्तकालय में चलाया जाएगा. शहर 35 मोहल्लों, स्कूलों, मस्जिदों में यह बाल पुस्तकालय चलते

गोदरेज एग्रोवेट त्रिपुरा में ऑयल पाम प्रोसेसिंग मिल स्थापित करेगा

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० संवाददाता द्वारा ०  धलाई, त्रिपुरा - गोदरेज एग्रोवेट लिमिटेड (जीएवीएल) ने घोषणा की कि उसका ऑयल पाम प्लांटेशन बिजनेस (ओपीपी) त्रिपुरा में ऑयल पाम प्रोसेसिंग मिल स्थापित करेगा। राज्य के धलाई जिले में स्थापित होने वाली इस मिल में, जहां कंपनी वर्तमान में 3 लाख प्रति वर्ष की क्षमता वाली नर्सरी संचालित करती है और इसे बढ़ाकर 5 लाख प्रति वर्ष करने की योजना बना रही है, कंपनी ‘समाधान’ केंद्र खोलने के अलावा, ऑयल पाम के लिए एक उन्नत अनुसंधान एवं विकास केंद्र भी स्थापित करेगी। ‘समाधान’ दरअसल ऑयल पाम किसानों को व्यापक सहायता प्रदान करने वाला वन-स्टॉप समाधान केंद्र है। मिल और आरएंडडी सेंटर के शिलान्यास समारोह में त्रिपुरा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री रतन लाल नाथ मुख्य अतिथि के तौर पर शामिल हुए। शिलान्यास समारोह में मलेशिया के एसडी गुथरी प्लांटेशन के अनुसंधान एवं विकास प्रमुख डॉ. हरिकृष्ण कुलवीर सिंह भी मौजूद थे। ऑयल पाम जीनोम के अध्ययन और डिकोडिंग में दो दशकों से अधिक के अनुभव के साथ, वह कंपनी को स्थानीय स्तर पर उच्च उपज वाले टिकाऊ ऑयल पाम विकसित करने के लिए मार्गदर्शन करेंगे। अगस्त 2021 में राष्

सीआईआई व आईजीबीसी ग्रीन बिल्डिंग कांसेप्ट से रियल एस्टेट में हरित क्रान्ति लाने को लेकर गंभीर

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० आशा पटेल ०  जयपुर । क्रेडाई और टोडार के सहयोग से सीआईआई की इंडियन ग्रीन बिल्डिंग काउंसिल (आईजीबीसी) जयपुर चैप्टर ने जयपुर राजस्थान में ‘‘आवासीय विकास में सतत और हरित प्रथाओं को बढ़ाने‘‘ पर एक सेमीनार के आयोजन की मेजबानी की। इस कार्यक्रम में आवासीय परियोजनाओं में स्थिरता पर चर्चा करने और उसे बढ़ावा देने के लिए रियल एस्टेट और निर्माण क्षेत्र के प्रमुख जानकारों को आमंत्रित किया गया।इस अवसर पर आईजीबीसी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सी शेखर रेड्डी ने कहा, ‘‘भारत में ग्रीन बिल्डिंग आंदोलन, आईजीबीसी द्वारा 2001 में हैदराबाद में केवल एक इमारत के साथ शुरू किया गया था, जो अब 11.92 बिलियन वर्ग फुट को कवर करने वाली 14,231 से अधिक परियोजनाओं के साथ एक राष्ट्रव्यापी आंदोलन बन गया है। भारत को 32 अद्वितीय हरित रेटिंग और नेट जीरो पर आईजीबीसी मिशन की शुरूआत के साथ, हम 2070 तक भारत को नेट जीरो राष्ट्र में बदलने का मार्ग प्रशस्त कर रहे हैं। जैसे-जैसे शहरीकरण बढ़ रहा है, हमारी प्रतिबद्धता, एक हरित, स्मार्ट भविष्य सुनिश्चित करेगी।‘‘  अमित कक्कड़, मुख्य अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, राजस्थान सरकार ने शहरीकरण

मातृभाषा को अपने दादा-दादी नाना-नानी की गोद में ही सीख सकते हैं – विनोद बछेती

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० योगेश भट्ट ०  नई दिल्ली l हम दुनियाभर की बोली भाषा पैसे दे के सीख सकते हैं, लेकिन अपनी मातृभाषा को अपने दादा-दादी, नाना-नानी की गोद में ही सीख सकते हैं l हमें उत्तराखंडी बोली के साथ-साथ वहां के संस्कार, खान-पान ,पहनाव और भाईचारा को भी अपने आने वाले पीढ़ी में जीवित रखना है l यह कहना था बुराड़ी में चल रहे ‘उत्तराखंडी बोली भाषा’ के कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य लोगों का जो यहाँ तीन महीने से चल रहे उत्तराखंडी बोली भाषा के समापन समारोह में उपस्थति थे l पिछले तीन महीने से बुराड़ी के शास्त्री पार्क में उत्तराखंडी बोली भाषा की कक्षाओं का आयोजन प्रत्येक रविवार को उत्तराखंड प्रवासी संगठन लोनी (एन.सी.आर.) एवं रेजिडेंट्स वेलफेयर एसोसिएशन (रजि.) बुराड़ी के संयुक्त संयोजन किया रहा था l समापन समारोह में मुख्य अतिथि में विनोद बछेती, चेयरमैन डी.पी.एम.आई.एवं क्षेत्र के निगम पार्षद अनिल त्यागी उपस्थित रहे l इस मौके पर बोलते हुए निगम पार्षद अनिल त्यागी ने कहा, “आज के समय में हमारी नई पीढ़ी अपनी बोली- भाषा से दूर होते जा रहे हैं,उनके लिए इस तरह की कक्षाएं खासकर शहरों में बहुत ही जरूरी है l साथ ही बच्चों को आ

पर्यावरण संरक्षण हमारा परम लक्ष्य -- ज्ञानेन्द्र रावत

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० योगेश भट्ट ०  ग़ाज़ियाबाद - इंदिरा पुरम, गाजियाबाद स्थित शक्ति खंड-2, में केयर फाउंडेशन के कार्यालय में पर्यावरण कार्यकर्ताओं की एक बैठक आयोजित की गयी जिसमें अभी तक किये गये पर्यावरण संरक्षण की दिशा में कार्यों की सिलसिलेवार वह चाहे वृक्षारोपण कार्यक्रम हों, प्लास्टिक उपयोग से होने वाले खतरों के प्रति जागरूक करने का सवाल हो, घरेलू अपशिष्ट के निष्पादन और उससे बनी खाद के क्षेत्रों में वितरण, उसके प्रसार व प्रदूषण से होने वाले दुष्प्रभावों से आम जन को जाग्रत करने व पूजा-पाठ के उपरांत उस सामग्री के एकत्र करने आदि के कार्यों की समीक्षा की गयी।  बैठक में सर्वसम्मति से यह निर्णय लिया गया कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में हम लोग पूर्व की भांति ही भविष्य में अनवरत प्रयास जारी रखेंगे और इस हेतु पाठशालाओं, स्कूलों व कालेजों में छात्र-छात्राओं को जानकारी देने हेतु उनसे संवाद करेंगे। साथ ही पूजा-पाठ के उपरांत बची व्यर्थ सामग्री को सोसाइटी में फाउंडेशन द्वारा रखे गये पात्रों में डालने हेतु जनजागरण करने और घरेलू कचरे से खाद बनाने के बारे में शैली अग्रवाल द्वारा जानकारी उपलब्ध करायेंगे ताकि घरेलू कचरे क

शहीद जगतपति की वीरता और शौर्य को पाठ्यक्रम में शामिल करना जरूरी : कमल किशोर

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० योगेश भट्ट ०  औरंगाबाद । 1942 की अगस्त क्रांति के दौरान आज ही के दिन अंग्रेजों की गोली से पटना में बिहार विधानसभा एवं सचिवालय के सामने राष्ट्रीय ध्वज फहराने के क्रम में अपने छह साथियों के साथ शहीद हुए जगतपति कुमार को उनके गृह जिले औरंगाबाद में श्रद्धापूर्वक याद किया गया और कार्यक्रम आयोजित कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की गई । ग्लोबल कायस्थ कॉन्फ्रेंस की ओर से आयोजित कार्यक्रम में वीर जगतपति अमर रहे के नारे लगाए गए । इस अवसर पर ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के सदस्यों और स्थानीय नागरिकों ने जिला मुख्यालय में स्थापित उनकी दो प्रतिमाओं पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित किया । आजादी की लड़ाई में औरंगाबाद जिले से अपने प्राणों को न्योछावर करने वाले जगतपति कुमार एकमात्र अमर सेनानी थे लेकिन इनके बलिदान दिवस पर राज्य सरकार या जिला प्रशासन की ओर से उनके गृह जिले में कोई भी राजकीय समारोह आयोजित नहीं किए जाने का मलाल जिलावासियों को है । ग्लोबल कायस्थ कांफ्रेंस के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष - सह - राष्ट्रीय प्रवक्ता कमल किशोर ने कहा कि बिहार के वीर सपूत जगतपति कुमार ने हमारे तिरंगे के सम्मान के लिए अ