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विश्व भारत को शांति वार्ताकार के रूप में देख रहा है - श्री हरिवंश
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० आनंद चौधरी ० नयी दिल्ली । राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने आकाशवाणी रंग भवन सभागार में “वैश्विक क्षितिज पर भारत की बढ़ती भूमिका” विषय पर आकाशवाणी का प्रतिष्ठित डॉ. राजेंद्र प्रसाद स्मारक व्याख्यान 2024 दिया। यह व्याख्यान वर्ष 1969 से आकाशवाणी के कार्यक्रमों के कैलेंडर में एक वार्षिक विशेषता है, जो डॉ. राजेंद्र प्रसाद की जयंती के उपलक्ष्य में 3 दिसंबर को पड़ता है, जब यह व्याख्यान आकाशवाणी के राष्ट्रीय हुक अप पर प्रसारित होता है। श्री हरिवंश ने पिछले एक दशक में भारत द्वारा उठाए गए अहम कदमों पर प्रकाश डाला, जिससे वैश्विक समुदाय में उसकी स्थिति सुदृढ़ हुई है। उन्होंने उभरती वैश्विक व्यवस्था में भारत के बढ़ते प्रभाव, विशेष रूप से महाद्वीपों में तेजी से फैल रही उसकी सॉफ्ट पावर के प्रभाव का उल्लेख किया। हरिवंश ने भविष्य के लिए विजन पर भी विचार किया, क्योंकि राष्ट्र 2047 तक 'विकसित भारत' बनने की अपनी यात्रा पर आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया भारत को एक शांति वार्ताकार के रूप में देखती है और उसकी राय न केवल सुनी जाती है, बल्कि कई विजन दस्तावेजों में प्रमुखता से शामिल की जाती है।...
महाकुंभ-2025 : संगम नगरी आध्यात्मिकता,भारत घूमना है,तो महाकुंभ आएं-गजेंद्र सिंह शेखावत
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० आनंद चौधरी ० नई दिल्ली / उत्तर प्रदेश पर्यटन की ओर से 'महाकुंभ-2025 की प्रस्तावना में एक कार्यक्रम का आयोजन नई दिल्ली के होटल अशोक में हुआ। मुख्य उपस्थिति केंद्रीय पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उत्तर प्रदेश के पर्यटन एवं संस्कृति मंत्री जयवीर सिंह की रही। महाकुंभ- 2025 के लिए आयोजित विशेष कार्यक्रम में केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों एवं संस्थानों के प्रतिनिधि, कई देशों के राजदूत, उच्चायुक्त एवं उच्चायोग के अधिकारियों, प्रमुख सचिव पर्यटन एवं संस्कृति उप्र. मुकेश कुमार मेश्राम, विशेष सचिव पर्यटन ईशा प्रिया के साथ-साथ केंद्र और प्रदेश के कई विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों की उपस्थिति रही। उत्तर प्रदेश पर्यटन द्वारा आयोजित 'महाकुंभ-2025 प्रस्तावना कार्यक्रम' का प्रमुख उद्देश्य संगम नगरी प्रयागराज और वहां के तीर्थ स्थलों की झलक पेश करना रहा। यह विशेष आयोजन आध्यात्मिकता, संस्कृति और परंपराओं की उस महायात्रा का आरंभ है, जो 2025 में विश्व के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम के रूप में सामने आएगी। 'प्रिल्यूड' का उद्देश्य महाकुंभ- 2025 के आयोजन से पूर्व उसकी ...
दिल्ली में अष्टलक्ष्मी महोत्सव : पीएम मोदी करेंगे उद्घाटन
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० आनंद चौधरी ० नई दिल्ली, राजधानी के भारत मंडपम में 06 दिसम्बर से पूर्वोत्तर राज्यों के तीन दिवसीय अष्टलक्ष्मी महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है जिसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे। केंद्रीय संचार एवं पूर्वोत्तर क्षेत्र विकास मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने एक संवाददाता सम्मेलन में अष्टलक्ष्मी महोत्सव की जानकारी दी। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय प्रधानमंत्री के मार्गदर्शन में पहली बार अष्टलक्ष्मी महोत्सव का आयोजन करेगा। उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण है कि पूर्वोत्तर भारत के विकास का इंजन बने। लक्ष्मी के आठ अवतार- समृद्धि, ऐश्वर्य, पवित्रता, धन, ज्ञान, कर्तव्य, कृषि और पशुपालन- पूर्वोत्तर के सार का प्रतीक हैं।” इस कार्यक्रम में शिक्षा एवं उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास राज्य मंत्री डॉ. सुकांत मजूमदार, उत्तर पूर्वी क्षेत्र विकास मंत्रालय में सचिव चंचल कुमार और मंत्रालय के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। "अष्टलक्ष्मी" की अवधारणा से प्रेरित यह उत्सव पूर्वोत्तर के आठ राज्यों, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नाग...
कल्चरल डायरीज : तीन पीढ़ियों का संगम,हर किसी को कर गया भाव-विभोर
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० आशा पटेल ० जयपुर। जयपुर शहर का अल्बर्ट हॉल पर शहरवासियों सहित देसी- विदेशी पर्यटकों ने पूरे शहर को तालियों का गड़गड़ाहट से गुंजायमान कर दिया। पर्यटन विभाग द्वारा आयोजित पाक्षिक सांस्कृतिक संध्या कल्चरल डायरीज के दौरान गायन, वादन व नृत्य की प्रस्तुतियों पर भपंग वादन, भवाई, चरी व घूमर नृत्य के साथ ही कालबेलिया नृत्यांगनाओं की प्रस्तुति का जादू सभी के सिर चढ़कर बोला। उपमुख्यमंत्री दिया कुमारी की पहल पर लोक कलाकारों को मंच प्रदान करते हुए उन्हें सम्बल प्रदान करने के लिए पर्यटन विभाग द्वारा कल्चर डायरीज नाम से पाक्षिक सांस्कृतिक संध्या की शुरूआत की गई है, इस पाक्षिक सांस्कृतिक शृंखला की पहली दो दिवसीय प्रस्तुतियां नवम्बर के दूसरे पखवाड़े में अल्बर्ट हॉल पर आयोजित हो चुकी है। इन प्रस्तुतियों की खासियत रहीं कि भपंग वादन और कालबेलिया नृत्य तीन पीढ़ियों द्वारा प्रस्तुत किया गया। युसूफ खान मेवाती ने अपने चाचा और बेटों के साथ जुगलबंदी की वहीं खातू सपेरा ने अपनी बेटी व नातिन के साथ कालबेलिया नृत्य की प्रस्तुति दी। इस अवसर पर कमिश्ननर टूरिज्म विजयपाल सिंह द्वारा सभी कलाकारों का सम्मान क...
फिक्की फ़्लो जयपुर चैप्टर द्वारा ‘ज्वेलरी एंड बियॉन्ड’ वर्कशॉप का आयोजन
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० आशा पटेल ० जयपुर । फिक्की फ़्लो जयपुर चैप्टर ने अध्यक्ष रघुश्री पोद्दार के नेतृत्व में ‘ज्वेलरी एंड बियॉन्ड’ वर्कशॉप का आयोजन किया। यह कार्यक्रम चिर्मी पैलेस, सी-स्कीम, जयपुर में आयोजित हुआ और इसमें प्रसिद्ध डायमंड एजुकेटर रितिका करवट और ज्वेलरी विशेषज्ञ हिमांशु खुंटेटा (त्विषा ज्वेल्ज़) ने सहयोग दिया। इस वर्कशॉप में बारीकी से ज्वेलरी की दुनिया का अनुभव कराया गया, जिसमें डायमंड, जड़ाऊ और पोल्की जैसे आभूषण शामिल थे। 15 वर्षों का एंटवर्प का अनुभव रखने वाली रितिका करवट ने एक इंटरएक्टिव सेशन के माध्यम से यह बताया कि कैसे व्यक्तिगत स्टाइल और पसंद के अनुसार सही आभूषण चुने जा सकते हैं। वहीं हिमांशु खुंटेटा ने ज्वेलरी खरीदने और उसे ग्रेड करने की तकनीकों पर विशेषज्ञ सलाह साझा की। कार्यक्रम का आकर्षण वह गतिविधि रही, जिसमें चुने गए एफएलओ सदस्यों को त्विषा ज्वेल्ज़ के आभूषण पहनाए गए और फिर उन्हें कट, कैरेट और क्लैरिटी की पहचान के गुर सिखाए गए। वर्कशॉप में त्विषा ज्वेल्ज़ की डायमंड, जड़ाऊ और पोल्की ज्वेलरी का प्रदर्शन भी किया गया, जिसने सदस्यों को शिल्प कौशल और डिज़ाइनों की बारीकियों से परिच...
संगम सरस फूड फेस्टिवल 1 से 17 दिसंबर तक आयोजित होगा
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० योगेश भट्ट ० नई दिल्ली। स्वाद और संस्कृति का संगम सरस फूड फेस्टिवल का आयोजन एक दिसंबर से सत्रह दिसंबर तक दिल्ली के कनॉट प्लेस के बाबा खड़क सिंह मार्ग पर किया जा रहा है। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा आयोजित और राष्ट्रीय ग्रामीण विकास और पंचायती राज संस्थान (एनआईआरडीपीआर) तथा कुडुंबश्री द्वारा समर्थित इस फेस्टिवल में भारतीय संस्कृति व खान पान की झलक दिल्ली के कनॉट प्लेस में दिखाई देगी। सरस फूड फेस्टिवल के तहत दिल्ली और समीपवर्ती राज्यों के लोग 25 राज्यों की संस्कृति और स्वाद के संगम के संगम से न केवल रूबरू हो सकेंगे बल्कि इन राज्यों के सामाजिक ताने बाने के बारे में भी जान सकेंगे और वहां की प्रसिद्ध व्यंजनों से परिचित हो सकेंगे और उसका स्वाद ले सकेंगे। यह राजधानी का एक लोकप्रिय उत्सव है जिसमें न केवल दिल्ली बल्कि दिल्ली के बाहर के लोग भी विभिन्न राज्यों के व्यंजन चखने और उसे कैसे बनाते हैं यह जानने के लिए आते हैं। फूड फेस्टिवल के दौरान दिल्ली वाले 25 राज्यों के 300 से अधिक उत्कृष्ट व्यंजनों का लुत्फ 30 स्टॉलों पर उठा सकेंगे। केंद्रीय ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा 01 ...